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25 April 2015
भूकंप से भीषण तबाही
काठमांडू: शनिवार का दिन भारत और पड़ोसी देश नेपाल के लिए बुरी खबर लेकर आया. दिन के लगभग पौने बारह बजे नेपाल में प्रकृति ने कहर बरपा दिया. नेपाल को एक के बाद एक भूकंप के दो बड़े झटके लगे और देखते ही देखते राजधानी काठमांडू समेत कई इलाकों में तबाही आ गई. 7.9 तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप से करीब 1,500 लोगों की मौत हो गयी. भारत में 90 से अधिक की मौत हुई. कई प्रमुख इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं. यह पिछले 80 वर्षों का सबसे भयावह भूकंप था. भूकंप का केंद्र काठमांडो से उत्तर पश्चिम में करीब 80 किलोमीटर दूर लामजुंग में था. विश्व विरासत स्थल काठमांडो का दरबार चौक पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया. गोरखा जिले में संचार सेवा ध्वस्त हो गयी है. राहत एवं बचाव अभियान जारी है. लोगों को निकालने के लिये काम किया जा रहा है. भूकंप से मची तबाही के बाद भारत की तरफ से मदद का सिलसिला जारी है. भूकंप के बाद सरकार ने आपातकाल की घोषणा कर दी है
200 साल पुरानी यूनेस्को विश्व विरासत स्थल तथा राजधानी में सदियों पुरानी नौमंजिला धरहरा मीनार ध्वस्त हो गयी है. वहीं पूरे नेपाल में तबाही का आलम है. सन् 1832 में नेपाल के प्रथम प्रधानमंत्री भीमसेन थापा द्वारा बनवाया गया यह टावर एक प्रतिष्ठित स्मारक था. नेपाल में कई मंदिर ध्वस्त हो गए है लेकिन चमत्कारिक ढंग से पांचवीं सदी के भगवान् पशुपतिनाथ मंदिर को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है.
नेपाल के सीमावर्ती इलाको बिहार, पश्चिम बंगाल और पूर्वी भारत के कई शहरों में भी इसका असर महसूस किया गया. भारत मौसम विभाग(आईएमडी) के मुताबिक, दिल्ली में भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 6 थी, जो एक मिनट तक जारी रहा. खेल मंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने शनिवार को देश के भूकंप पीड़ित इलाकों में राहत एवं बचाव कार्य के लिए नेहरू युवा केंद्र संगठन(एनवाईकेएस) और राष्ट्रीय सेवा योजना(एनएसएस) के स्वयंसेवियों को भेजे जाने के निर्देश दिए. चीन, पाकिस्तान और बांग्लादेश में भी भूकंप महसूस किया गया. भूकंप की तीव्रता 7.9 आंकी गई और इसके बाद 4.5 और इससे अधिक तीव्रता के कम से कम 16 झटके महसूस किए गए. देश के पूर्वी हिस्से, पश्चिमी क्षेत्र में लोगों की मौत हुई. कई जगह दरारे आ गई हैं. भूकंप के कारण सड़कों पर बड़े गडढे हो गए हैं.
वहीं माउंट एवरेस्ट में दो बेस कैंप हिमस्खलन में बह गए हैं. हिमस्खलन में एवरेस्ट पर गए 18 पर्वतारोहियों के मारे जाने की खबर है. भारतीय सेना को 13 पर्वतारोहियों के शव मिल गए हैं. नोएडा और गाजियाबाद में भी भूकंप के झटकों के बाद स्कूलों और ऊंची-ऊची बिल्डिंगों को खाली करा लिया गया.
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने एक ट्वीट में कहा, 'दूतावास परिसर में स्थित एक आवास दुर्भाग्य से ध्वस्त हो गया. इस हादसे में दूतावास कर्मी मदन की बेटी की मौत हो गई, जबकि उसकी पत्नी गंभीर रूप से घायल हो गई'. काठमांडू में भारतीय दूतावास का हेल्पलाइन नंबर : +977 9851107021, 9851135141 है. प्रधानमंत्री ने हालात पर चर्चा के लिए मंत्रियों व शीर्ष सरकारी अधिकारियों की एक बैठक बुलाई.
नेपाल में आए भीषण भूकंप से संबंधित सवालों का लोगों को जवाब देने के लिए विदेश मंत्रालय(एमईए) ने चौबीस घंटे का एक नियंत्रण कक्ष शुरू किया है. मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने ट्वीट किया, 'मंत्रालय ने नेपाल में आए भूकंप से संबंधित सूचनाएं प्रदान करने के लिए एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है, जिसका नंबर: +91 112301 2113, +91 2301 4104, +91 11 2301 7905'. वायुसेना का सी-130 एनडीआरएफ दल के साथ नेपाल रवाना हुआ. भारत ने दो विमानों में 3.5 टन राहत और बचाव सामग्री भेजी. इन विमानों में बचाव अभियान में मदद के लिए 45 बचावकर्मी और कुछ स्नीफर कुत्ते सवार थे.
संचार कंपनियों बीएसएनएल ने राहत देते हुए अगले तीन दिनों नेपाल तक सभी कॉल को लोकल कॉल के तौर पर चार्ज करने का फैसला किया है. वहीं एयरटेल ने भी मदद का हाथ बढ़ाते हुए नेपाल के लिए अगले 48 घंटे के लिए कॉल सेवा फ्री कर दी है. एयर इंडिया, इंडिगो और स्पाइस जेट ने मदद पहुंचाने के लिए मुफ्त में अतिरिक्त फ्लाइट उड़ाने का फैसला किया है. इन एयरलाइंस ने राहत सामग्री मुफ्त में पहुंचाने के लिए गैर सरकारी संगठनों और दूसरी एजेंसियों के लिए मालवाहक विमान की पेशकश की है. भारतीय रेलवे भी नेपाल की मदद करने में पीछे नहीं है. भारतीय रेलवे 4 लाख बोतल पानी नेपाल भेजेगा.