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13 July 2015
इसरो की कॉमर्शियल वेबसाइट एंट्रिक्स हैक
बेंगलुरू: हेकरो ने देश के प्रमुख संस्थान की वेबसाइट में सेंध लगाई. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन(इसरो) की वाणिज्यिक इकाई एंट्रिक्स कारपोरेशन लिमिटेड की वेबसाइट रविवार को हैक कर ली गई. शुक्रवार 10 जुलाई को ही इसरो ने श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष केंद्र से ब्रिटेन के पांच सैटलाइट का सफल प्रक्षेपण करके इतिहास रच दिया था. प्रक्षेपण करने के दो दिन बाद ही रविवार को हैकर्स ने इसरो से ही जुड़ी एक साइट हैक कर ली. कुछ समय बाद ही अधिकारियों ने वेबसाइट पर नियंत्रण पा लिया लेकिन शाम तक वेबसाइट दुबारा लाइव नहीं हो पाई. साइट अंडर कंस्ट्रक्शन ही दिखती रही. वेबसाइट के होमपेज पर अजीबो गरीब कॉन्टेंट दिखते रहे. होमपेज पर एक आलेख दिख रहा था जिसमें बताया गया था कि कैसे केपटाउन के 300 स्कूली बच्चों ने अमेरिकन मेजर लीग की जर्सी काफी कम कीमत में पाई. होमपेज पर चीन की दुकान का लिंक यह भ्रमित करने के लिए दिया गया कि वेबसाइट को चीन ने हैक किया है. वेबसाइट के अन्य पेज सुरक्षित रहे.
एंट्रिक्स 1,850 करोड़ रुपये की पूंजी वाली इसरो की मार्केटिंग इकाई है. इसका काम इसरो के अंतरिक्ष उत्पादों, तकनीकी सलाह सेवाओं और इसरो द्वारा विकसित तकनीक के हस्तांतरण का व्यवसायीकरण करना है. यह दुनिया भर में अंतरराष्ट्रीय ग्राहकों को अंतरिक्ष उत्पाद और सेवा उपलब्ध कराती है. इसके ग्राहकों में ईएडीएस एस्टि्रयम, इंटेलसेट, अवंती ग्रुप, वर्ल्डस्पेस, इनमारसेट और यूरोप, मध्य पूर्व और दक्षिण पूर्व एशिया के कई अन्य अंतरिक्ष संस्थान शामिल हैं.
इस करतूत में पीछे चीन के हैकर्स पर शक है. एंट्रिक्स की वेबसाइट चीनी हैकरों द्वारा हैक होने की संभावना जताई जा रही है. अधिकारी ने इसे वेबसाइट की सुरक्षा में चूक मानने से इनकार कर दिया.
साइबर सिक्योरिटी एंड प्राइवेसी फाउंडेशन के संस्थापक जे. प्रसन्ना ने आईएएनएस को बताया, 'ऐसा प्रतीत होता है कि एंट्रिक्स कॉरपोरेशन की वेबसाइट कुछ दिन पहले हैक कर ली गई है. इसके बाद कंपनी ने अपनी वेबसाइट ही बंद कर दी'. शुक्रवार को ही एंट्रिक्स के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक वी. एस. हेगड़े ने आईएएनएस से कहा था कि कंपनी की वेबसाइट को नए सिरे से बनाया जा रहा है तथा वार्षिक रिपोर्ट साइट पर डाली जाएंगी. उन्होंने बताया कि सरकारी वेबसाइटों एवं सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों की वेबसाइटों को शुक्रवार को ज्यादातर हैक किया जाता है, क्योंकि अगले दो दिन अवकाश के दिन होते हैं.