News of Madhya Pradesh India
Hindi news portal of Bhopal. read regular fresh news of Bhopal, Indore, Gwalior, Jabalpur. whole state reporting with MP News Portal
27 July 2015
मिसाइल मैन कलाम का निधन
शिलांग(मेघालय): पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम का आज सोमवार को दिल का दौरा पढने से निधन हुआ. 84 वर्षीय कलाम शाम करीब साढ़े छह बजे भारतीय प्रबंधन संस्थान(आईआईएम) में एक व्याख्यान के दौरान बेहोश होकर गिर पड़े थे. इसके तुरंत बाद उन्हें नानग्रिम हिल्स में बेथनी अस्पताल ले जाया गया जहां उन्हें सघन चिकित्सा कक्ष(आईसीयू) में भर्ती किया गया. जहा शाम 7.45 मिनट पर उनका निधन हो गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अब्दुल कलाम के निधन पर दुःख जताया है. उन्होंने कहा कि वह एक मार्गदर्शक थे. कलाम के निधन का समाचार पाकर पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई. कलाम का निधन देश के लिए एक अपूरणीय क्षति है. पूर्व राष्ट्रपति के निधन पर सरकार ने 7 दिनों के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की. मिसाइल मैन के निधन पर विभिन्न राजनीतिक दलों ने अपनी शोक संवेदना प्रकट की है. डॉ. कलाम का पार्थिव शव मंगलवार सुबह दिल्ली लाया जाएगा. जहां लोग उनके अंतिम दर्शन कर सकेंगे. इसके बाद उनके गृह नगर रामेश्वरम मे उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. भारत के पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्टूबर, 1931 को रामेश्वरम तमिलनाडू के एक मध्यम नाविक परीवार मे हुआ था. कलाम भारत के 11वें राष्ट्रपति बने थे.
पूर्व राष्ट्रपति बच्चों में काफी लोकप्रिय थे. कलाम कहा करते थे कि सपने सच करने के लिए सपना देखना जरूरी होता है. 2007 में राष्ट्रपति भवन से विदा होने के बाद वह सार्वजनिक जीवन में लगातार सक्रिय रहे. आए दिन वह देश के बड़े शिक्षा प्रतिष्ठानों में व्याख्यान देने के लिए जाया करते थे.
कलाम वर्ष 1962 में 'भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन' से जुड़े. जुलाई 1980 में रोहिणी उपग्रह को पृथ्वी की कक्षा के निकट स्थापित करके भारत को 'अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष क्लब' के सदस्य के रूप में स्थापित कर दिया. 1982 में कलाम रक्षा अनुसंधान विकास संगठन, DRDO से जुड़े और चार दशक तक डीआरडीओ में वैज्ञानिक रहे थे. 1997 में डॉ कलाम को भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया. डा. कलाम नवम्बर 1999 में भारत सरकार के प्रमुख वैज्ञानिक सलाहकार रहे. राष्ट्रपति बनने से पहले कलाम को दुनिया भर में मिसाइल मैन के रूप में जाना जाता था. नवम्बर 2001 में प्रमुख वैज्ञानिक सलाहकार का पद छोड़ने के बाद उन्होंने अन्ना विश्वविद्यालय में प्रोफेसर के रूप में अपनी सेवाएँ प्रदान कीं. 25 जुलाई 2002 वे भारत के ग्यारहवें राष्ट्रपति बने. 11वें राष्ट्रपति के रूप में उनका कार्यकाल 25 जुलाई 2007 तक रहा. भारत की मिसाइल तकनीक को विकसित करने में कलाम का अहम योगदान माना जाता है. पूर्व राष्ट्रपति और 'भारत रत्न' एपीजे अब्दुल कलाम भारत में मिसाइल मैन के नाम से भी जाने जाते थे. कलाम ने स्वदेशी गाइडेड मिसाइल डिजायन की. उन्होंने नाग, पृथ्वी, आकाश, त्रिशूल और अग्नि मिसाइल को स्वदेशी तकनीक से बनाया. भारत के पोखरण परमाणु परीक्षण में कलाम का प्रमुख योगदान था. उनका देश के विकास का समग्र दृष्टिकोण उनकी पुस्तक 'इण्डिया 2020' में देखा जा सकता है.
केंद्रीय गृहमंत्री ने पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए ट्वीट किया और उन्हें एक पूरी पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्रोत बताया.