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9 July 2015
पांच रुपये लीटर रेल नीर पानी
नई दिल्ली: ट्रेन में सफर करने वालों यात्रियों के लिये भारतीय रेलवे की और से जल्द ही एक खुशखबरी मिल सकती है. अभी यात्रा करते समय पानी की उपलब्धता एक बहुत बड़ी समस्या है. कई स्टेशनों पर पानी के टैप बंद पड़े हैं तो कई स्टेशनों पर पानी की गुणवत्ता और स्वाद खराब है. ऐसे में यात्री प्राइवेट कंपनियों की पानी की बोतल खरीदने को मजबूर है या घर से पानी साथ ले के यात्रा करनी होती है. पानी बेचने वाली कंपनियों के दामों में भी काफी फर्क है. कोई बोतल 25 रुपये की है तो कोई 18 रुपये की. रेलवे स्टेशनों पर यह बोतलें और भी महंगी मिलती हैं. लेकिन रेलवे की मशीनों पर रेल नीर का एक रुपये में पानी का ग्लास, तीन रुपये में आधे लीटर की बोतल और 5 रुपये में फुल साइज की एक लीटर की बोतल मिलेगी. यह पानी पूरी तरह से सील पैक होगा. रेल नीर ब्रांड बोतल बंद पानी मुहैया कराने वाली सरकारी कंपनी है. अभी रेल नीर बॉटल की बिक्री ट्रेनों में बिकने वाले कुल वॉटर बॉटल्स का महज पाचवें हिस्से के बराबर होती है. इस तरह की परियोजनाएं पायलट प्रॉजेक्ट के तौर पर बेंगलुरु और चेन्नई रेलवे स्टेशनों पर पहले से ही संचालित हो रही हैं. बेंगलुरु स्टेशन पर हर घंटे 200 लीटर पानी मुहैया कराने की क्षमता है. इस योजना के प्रारंभ होने के बाद आईआरसीटीसी की आमदनी मे भी काफी इजाफा होगा.
रेल मंत्रालय की इस आने वाली नई योजना के तहत यात्रियों को कम कीमत पर पानी मुहैया कराने की कवायद में इंडियन रेलवे कैटरिंग ऐंड टूरिजम कॉर्पोरेशन(आईआरसीटीसी) द्वारा देशभर के 1200 रेलवे स्टेशनों पर 5000 पानी की मशीनें लगाई जाएंगी. सरकार के इस कदम से पानी बेचने वाली कंपनियों जैसे आयोन एक्सचेंज, यूरेका फोर्ब्स और केंट आरओ जैसी कंपनियों के लिए नए अवसर उभरकर सामने आएंगे. तो दूसरी ओर यात्रियों को भी पानी के लिए अनाप-शनाप खर्चे से मुक्ति मिल पाएगी. इस योजना के तहत 21 वेंडरों का पैनल तैयार किया गया है.
रेलवे की इस योजना का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि अब लोगों को मात्र एक रुपये में पीने का पानी मिल जाएगा. एक अंग्रेजी दैनिक अखबार बिजनस लाइन में छपी खबर के मुताबिक शहर के खास स्टेशनों के प्रत्येक प्लेटफॉर्म पर पानी की मशीनें लगेंगी. बड़े स्टेशनों पर कुल चार मशीनें और छोटे स्टेशनों पर दो मशीनें लगाई जाएंगी. इससे यात्रियों के पानी पर होने वाले खर्च में भारी कटौती आएगी.