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14 November 2015
इमरान को निशुल्क मिला बीएसएनएल इंटरनेट
अलवर: लंदन में गूंजा राजस्थान के अलवर का नाम. असहिष्णुता के मुद्दे पर देश में आलोचना का सामना कर रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को वेम्बले स्टेडियम में विरोधियों पर कड़ा प्रहार किया. पीएम मोदी ने कहा अलवर के इमरान में बसा है मेरा पूरा हिंदुस्तान अपने भाषण में अलवर के इमरान खान की तारीफ की. उनके बनाए ऐप के बारे में सभी को जानकारी दी. इमरान अलवर के संस्कृत सीनियर सेकंडरी स्कूल में मैथमेटिक्स के टीचर हैं.
इमरान ने किताब पढ़कर केवल 3 साल में 42 एंड्रॉयड ऐप और 100 से ज्यादा वेबसाइट्स तैयार की है. इन ऐप्स को अब तक 25 लाख से ज्यादा लोग डाउनलोड कर चुके हैं. इन मोबाइल ऐप के 1.80 करोड़ से ज्यादा स्क्रीन व्यू हो चुके हैं. इमरान ने 2005 में सबसे पहले 'जीकेटॉक' नाम का वेब पोर्टल शुरू किया. इस पोर्टल से जरनल नॉलेज से संबंधित जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. वे सिर्फ दो पोर्टल्स की मैनेज करते हैं. अलवर जैसे छोटे स्थान के इमरान ने मोबाइल की एप विद्यार्थियों के नाम मुफ्त में समर्पित भी कर दिए हैं. इमरान ने अलवर जिले के 1300 प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों की सूचना के लिए एक पोर्टल भी बनाया है.
इमरान ने ये सभी ऐप्स किताबे और गूगल की मदद से विकसित की है. इमरान ने एक इंटरव्यू में बताया की उनके बड़े भाई ने कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग पूरी की है. जब वो जॉब करने गुड़गांव चले गए. तब इमरान ने उनकी किताबें पड़ना शुरू किया. हिंदी में जनरल साइंस पढ़ाई. सन् 2012 में इमरान ने 9वी क्लास के स्टूडेंट्स के लिए पहली ऐप डेवलप की. लेकिन जनरल साइनंस इन हिंदी उनकी सबसे ज्यादा लोकप्रिय ऐप रही. इसे 5 लाख से ज्यादा लोगों ने डाउनलोड किया.
बचपन में गणित की माथापच्ची और विज्ञान की उलझन से दो चार होने वाला एक मामूली शख्स आज खुद ऐसा शिक्षक बन गया हैं जिसका जिक्र करते हुए देश के प्रधानमंत्री भी गर्व महसूस करते हैं. अपने विद्यार्थी जीवन में इमरान को शिक्षा के उचित अवसर नहीं मिले और वे अपनी वैज्ञानिक बनने की ख्वाहिश पूरी नहीं कर सके, लेकिन विपरीत परिस्थितियों में भी उन्होंने हार नहीं मानी और जो अवसर मिले उनमें ही देश और समाजहित में अपना बेहतर से बेहतर योगदान जारी रखा.
ब्रिटिश पीएम डेविड कैमरन की मौजूदगी में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आप ये समझने की भूल मत करना कि हिंदुस्तान अखबारों की हेडलाइन या टीवी से देखा जा सकता है. हिंदुस्तान बहुत बड़ा है. 'भारत विविधताओं से भरा देश है और विविधता हमारी आन, बान, शान है. हमारे यहां 100 भाषाएं, 1500 बोलियां और हजारों खानपान की पद्धतियां तथा सैकड़ों वेश-भूषा हैं. लेकिन यह विविधता हमारी विशेषता भी है'.
पीएम ने अपने संबोधन में जब अलवर के इमरान खान का नाम लिया तो सार्वजनिक क्षेत्र के भारत संचार निगम लिमिटेड(बीएसएनएल) ने इमरान को निशुल्क इंटरनेट सेवा दी. दूरसंचार मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने इमरान को फोन कर उसके द्वारा छात्रों के लिए किए जा रहे उल्लेखनीय कार्य के लिए बधाई दी. उन्होंने इमरान को दिल्ली बुलाया है और उसे निशुल्क इंटरनेट सेवा देने के बारे में सूचना दी.
इमरान खान अलवर के संस्कृत स्कूल के शिक्षक के साथ अलवर की प्रोजेक्ट एकता टीम के सदस्य भी है. यह टीम हाल ही मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित आईटी के राष्ट्रीय सम्मेलन में सुर्खियों में आई. इस सम्मेलन में इमरान के बनाए एप्स राष्ट्र को समर्पित किए गए. खुद मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी ने उनकी प्रशंसा की और उन्हों सभागार में इमरान को खड़ा कर सभी से रूबरू कराया और बधाई दी.
कलेक्टर महोदय ने भी इमरान के काम की तारीफ की. उल्लेखनीय है कि इमरान 1999 में सरकारी सेवा में चयनित हुए. पहली बार उन्होंने कोटा में सेवाएं देनी शुरू की. चार साल के बाद इमरान का ट्रांसफर जाटों का बास खारेड़ा स्कूल(अलवर) में हुआ.
इमरान का कहना है कि शिक्षक की भूमिका ज्ञान बांटने की है, उसी में लगा हुआ हूं. प्रधानमंत्री ने इतने बड़े मंच पर नाम लिया तो स्वाभाविक तौर पर अच्छा लगा. मेरा प्रयास छोटा है और प्रतिफल की चाह बिना मेहनत कर रहा हूं. सरकार से इतना सा आग्रह है कि आगे सूचना तकनीक का युग है और इसका बेहतर इस्तेमाल शिक्षा में समावेशित किया जाए. यह कम लागत में ज्यादा लाभ पहुंचाने वाला माध्यम है. सोशल मीडिया का प्रचार खूब होता है, लेकिन मेरा मानना है कि विद्यार्थी को सही दिशा देने के लिए लर्निंग एप्स का सरकार प्रचार करे. उपयोग के लिए विद्यार्थियों को टेबलेट्स मिलें तो सार्थकता है.
एक शिक्षक की ओर से इस तरह का नवाचार देश में अपनी तरह का नया प्रयोग है. उनकी इन उपलब्धियों के लिए प्रशासन ने उन्हें सम्मानित भी किया है. लालटेन की रोशनी में पढ़ते रहे और अपने सुनहरे सपने बुनते रहे. वे हमेशा पढ़ाई में अव्वल रहते थे. उन्हें 2012 तथा 2014 में गणतंत्र दिवस पर योग्यता पुरस्कार से सम्मानित किया गया है.
मोहम्मद इमरान खान के टॉप-7 मोबाइल एप
- जनरल साइंस इन हिंदी
- हिस्ट्री जीके इन हिंदी
- एसएसी एग्जाम
- आरएएस ट्यूटर
- डेली जनरल नॉलेज
- इंडियन एंड पॉलिटिकल जीके
- एनसीईआरटी लर्न साइंस