News of Madhya Pradesh India
Hindi news portal of Bhopal. read regular fresh news of Bhopal, Indore, Gwalior, Jabalpur. whole state reporting with MP News Portal
19 November 2015
टीएस ठाकुर सुप्रीम कोर्ट मुख्य न्यायाधीश नियुक्त
नई दिल्ली: न्यायमूर्ति तीरथ सिंह ठाकुर बुधवार 18 नवंबर 2015 को देश के नये प्रधान न्यायाधीश नियुक्त हुए. वे 3 दिसंबर को नए मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ग्रहण करेंगे. विधि एवं न्याय मंत्रालय ने बताया कि जस्टिस ठाकुर की नियुक्ति 3 दिसंबर से प्रभावी होगी. 63 वर्षीय न्यायमूर्ति ठाकुर प्रधान न्यायाधीश एचएल दत्तू से पदभार ग्रहण करेंगे. जम्मू के रहने वाले जस्टिस ठाकुर देश के 43वें मुख्य न्यायाधीश होंगे.
टी.एस. ठाकुर निवर्तमान चीफ जस्टिस एचएल दत्तू का स्थान लेंगे, जो 2 दिसंबर को सेवानिवृत्त हो रहे हैं. जस्टिस ठाकुर इस पद पर 3 जनवरी 2017 तक रहेंगे.
सुप्रीम कोर्ट के न्यायमूर्ति टीएस ठाकुर का जन्म जम्मू संभाग के रामबन जिले में चार जनवरी 1952 को हुआ था. उन्होंने वकालत की शुरूआत अपने गृह नगर से ही की थी. न्यायमूर्ति ठाकुर ने अक्टूबर 1972 में वकालत शुरू की और अपने पिता डीडी ठाकुर के निर्देशन में वकालत शुरू की. 1986 में वे बार एसोसिएशन के अध्यक्ष चुने गए. 1990 में उन्हें वरिष्ठ अधिवक्ता का दर्जा मिला. 16 फ़रवरी 1994 को वे जम्मू-कश्मीर उच्च न्यायालय में अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किए गए. मार्च 1994 में उन्हें कर्नाटक उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में स्थानांतरित किया गया. जुलाई 2004 में वे दिल्ली उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में स्थानांतरित किए गए. 9 अप्रैल 2008 को उन्हें दिल्ली उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया. 11 अगस्त 2008 को उन्होंने पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय में मुख्य न्यायाधीश के रूप में पदभार संभाला. वह सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किए गए और उन्होंने 17 नवंबर 2009 को कार्यभार ग्रहण किया.
न्यायमूर्ति ठाकुर को डॉ राम मनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय लखनऊ ने 31 अक्टूबर 2015 को लॉ में डॉक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया.
जस्टिस ठाकुर ने विभिन्न हाईकोर्ट्स में कार्यकारी चीफ जस्टिस एवं अन्य पदों पर रहते हुए कई महत्वपूर्ण फैसले सुनाए हैं. इनमें आईपीएल में सट्टेबाजी और स्पॉट फिक्सिंग के मामले में बीसीसीआई में सुधार का फैसला भी शामिल है. शारदा चिट फंड घोटाले की सीबीआई की जांच की निगरानी भी न्यायमूर्ति ठाकुर की अध्यक्षता वाली पीठ ही कर रही है. यूपी के करोड़ों रुपये के राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन घोटाले के मामले की सुनवाई भी न्यायमूर्ति ठाकुर की पीठ ही कर रही है.
विधि एवं न्याय मंत्रालय के एक बयान में कहा गया कि संविधान के अनुच्छेद 124(2) में प्रदत्त अधिकार का इस्तेमाल करते हुए राष्ट्रपति को सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश न्यायमूर्ति तीरथ सिंह ठाकुर को 3 दिसंबर, 2015 से देश का नया प्रधान न्यायाधीश नियुक्त करते हुए प्रसन्नता हो रही है.