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25 November 2015
तहसीलदार किसान से रिश्वत लेते गिरफ्तार
गंजबासौदा: परिवार के बंटवारे से जुड़े मामले में किसान से रिश्वत ले रहे तहसीलदार और दलाल को लोकायुक्त टीम ने रंगे हाथों पकड़ा. लोकायुक्त पुलिस ने मंगलवार दोपहर को छापामार कार्यवाही करके किसान प्रवीण कुमार रघुवंशी से रिश्वत लेते घूसखोर तहसीलदार को दबोचा. तहसीलदार बीके मंदौरिया 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते समय गिरफ्तार हुए. तहसीलदार कबूलपुर निवासी दलाल ओमकार सिंह रघुवंशी के जरिए रिश्वत वसूली करवाता थे. पुलिस ने दलाल को भी अरेस्ट कर लिया है. तहसीलदार वनमंत्री गौरीशंकर शेजवार की रायसेन के उदयपुरा में रहने वाली बड़ी बहन के बड़े बेटे हैं.
लोकायुक्त डीएसपी जयराम रघुवंशी ने बताया ग्राम सलोई निवासी प्रवीण रघुवंशी ने 22 नबंवर को शिकायत की थी. नामांतरण और बंटवारे के लिए तहसीलदार बीके मंदौरिया रिश्वत मांग रहे हैं. शिकायत की पुष्टि करने के लिए लोकायुक्त ने किसान को टेप रिकार्ड के साथ भेजा था. किसान और तहसीलदार के बीच लेन-देन की रिकार्डिंग सुनने के बाद किसान को पांच-पांच सौ रू के केमिकल पाउडर लगे नोट लेकर तहसीलदार के पास भेजा गया.
किसान प्रवीण ने कक्ष के बाहर खड़े दलाल ओमकार सिंह को रिश्वत की रकम दी. यह रकम लेकर दलाल तहसीलदार के कक्ष में उनको देने पहुंचा. उसी वक्त लोकायुक्त दल के इंस्पेक्टर बीके सिंह और सुनील लाटा ने उनको रंगे हाथ पकड़ लिया.
तहसीलदार किसान से जमीन के नामांतरण और बंटवारे के मामले में रिश्वत ले रहे थे. दोनों के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है.
बीके मंदोरिया तहसीलदार के रूप में गंजबासौदा में दूसरी बार पदस्थ हुए थे. पहले वे 10 सितम्बर 2007 से 25 अगस्त 2009 तक रहे उसके बाद दूसरी बार 17 दिसम्बर 2014 से उन्होंने पदभार संभाला था. उनका स्थानांतरण छिंदवाड़ा किया गया था. उन्होंने स्थानांतरण के विरोध में उच्च न्यायालय से स्थगन ले लिया था.
ग्राम सलोई निवासी किसान प्रवीण कुमार ने बताया कि उसके पास लोकायुक्त से शिकायत करने के अतिरिक्त कोई विकल्प नहीं बचा था. प्रवीण अपने पिता अजब सिंह रघुवंशी की मृत्यु के बाद नामांतरण और बंटवारे के लिए तीन महीने से पटवारी और तहसीलदार के चक्कर लगा रहा था. तहसील में आवेदन देने के बाद उसकी जमीन का नामांतरण तो हो गया था. लेकिन बंटवारे का आवेदन तहसीलदार ने निरस्त कर दिया था.
तहसील प्रांगण में मौजूद लोगो ने किसान की हिम्मत की तारीफ़ की और पुष्प माला पहनाकर सम्मान किया. स्वागत करने वाले नागरिक तहसीलदार को लम्बे समय से हटवाने के लिए प्रयास कर रहे थे.