News of Madhya Pradesh India
Hindi news portal of Bhopal. read regular fresh news of Bhopal, Indore, Gwalior, Jabalpur. whole state reporting with MP News Portal
18 October 2015
बच्चा नलकूप के बोर में गिरा
मुरैना: बागचीनी थाना क्षेत्र के गांव नंद गागोली में रविवार सुबह बड़ा हादसा हो गया, एक तीन साल का मासूम बालक खेत में बने बोर वैल में जा गिरा. बच्चा दादी के साथ खेत गया था और खेलते-खेलते नलकूप(ट्यूबवेल) के खुले बोरवेल में जा गिरा. उसके गिरते ही पूरे गांव में हड़कंप की स्थिति बनी है. घटना की सूचना मिलते ही तुरंत पुलिस व प्रशासन के लोग मौके पर पहुंच गए. बोरवेल के लिए करीब आठ साल पहले गड्ढा खोदा गया था. पानी नहीं निकला और इस गड्ढे को बाद में खुला छोड़ दिया गया था. टॉर्च की रोशनी से राघव की लोकेशन तलाशने की कोशिश की गई. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. बोरवेल के आसपास लोगों का मजमा लगा हुआ है. बच्चे को सुरक्षित निकालने के लिए सेना की मदद ली जा रही है.
बोरवैल में गिरे मासूम बच्चे को निकालने का काम जारी है. जेसीबी मशीन से गड्ढा खोदा जा रहा है. यह बच्चा 38 फीट पर लटका हुआ है औऱ उसे पाइप के सहारे ऑक्सीजन भी दी जा रही है. गड्डे में कैमरा भी लगा दिया गया है.
हादसा देवेन्द्र शर्मा के खेत में हुआ. राघव देवेंद्र शर्मा का बेटा है. राघव अपने ही खेत के बंद पड़े बोरवेल में गिरा है.
यह गड्ढा 100 फुट से ज्यादा गहरा बताया जा रहा है. सुप्रीम कोर्ट ने 12 फरवरी 2012 में सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को आदेश दिए थे कि वे सुनिश्चित करें कि उनके राज्य में जितने भी बोरवेल खोदे जाएं, उन्हें ढकने के पुख्ता इंतजाम किए जाएं. लेकिन न्यायालय की आज्ञा का पालन कहीं नहीं हुआ. इसी कारण मुरैना का राघवेंद्र आज जिंदगी और मौत के बीच फंसा हुआ है. इससे पहले गुडगांव की माही, सोनू, अंजू, प्रिंस आदि तमाम बच्चे अपने ही घर के आसपास खुले पड़े बोरवेल में फंस चुके हैं. इन हादसों में कुछ बच्चों की सांसें टूट चुकी है.
पिछले कुछ सालों की बोरवेल में बच्चों की गिरने की घटनाओं पर गौर करें तो कई नाम सामने आते हैं, लेकिन सभी की किस्मत प्रिंस जैसी नहीं रही. 23 जुलाई 2006 की घटना थी. जब पांच साल का प्रिंस जन्मदिन के दिन अपने घर के पास खुले बोरवेल में 60 फीट नीचे तक गिर गया था. 40 घंटे बाद उसे बढ़ी मुश्किल से निकाला जा सका था. इसका दुनियाभर में मीडिया ने लाइव कवरेज दिखाया था.