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23 September 2015

अरबों का कारोबार छोड़ समाजसेवा

कंपनी छोड़ समाज सेवा

नई दिल्ली: फोर्टिस हेल्थकेयर के कार्यकारी वाइस-चेयरमैन शिविंदर मोहन सिंह अपने पद से इस्तीफा दे रहे हैं. वह आध्यात्मिक व धार्मिक संगठन राधा स्वामी सत्संग व्यास से जुड़ेंगे. सत्संग व्यास का मुख्यालय अमृतसर के नजदीक है. फोर्टिस हेल्थकेयर के सह संस्थापक 40 वर्षीय सिंह अगले साल 1 जनवरी 2016 से गैर-कार्यकारी वाइस चेयरमैन बन जाएंगे. शिविंदर एक्जिक्यूटिव वाइस चेयरमैन का पद छोड़कर आध्यात्म की ओर रुख कर रहे हैं. उनका परिवार लम्बे समय से राधा स्वामी सत्संग का अनुयायी रहा है. शिविंदर का परिवार पिछले कई पीडियों से हेल्थकेयर के व्यवसाय से जुड़ा हुआ है.

फोर्टिस हेल्थकेयर के सह संस्थापक शिविंदर ने राधा स्वामी डेरा व्यास में सेवा प्रदान करने का मौका देने का आग्रह किया था. इसे स्वीकार कर लिया गया है. उन्होंने कहा मैं फोर्टिस की कार्यकारी जिम्मेदारियां छोड़ने के बाद व्यास के डेरे पर चला जाऊंगा. शिविंदर मोहन सिंह उन दो व्यक्तियों में से एक हैं जिन्होंने 1990 के दशक में प्रसिद्ध हॉस्पिटल फोर्टिस हेल्थकेयर की स्थापना की थी. दोनों भाइयों ने रैनबेक्सी में अपनी हिस्सेदारी 2008 में जापानी दवा कंपनी दाइची सांक्यो को बेच दी थी. सिंह रेलीगेयर इंटरप्राइजेज लिमिटेड, सुपर रेलीगेयर लेबोरेटरीज व रेलीगेयर टेक्नोलॉजीस के प्रधान प्रवर्तकों में से एक हैं. साथ ही एसआरएल लैबोरेट्रीज के नाम से इनका डायग्नोस्टिक्स का कारोबार है. ग्रुप के पास दो प्रमुख आईटी कंपनियां भी हैं. उनके बड़े भाई 43 वर्षीय मलविंदर मोहन सिंह के पास कंपनी की 70 फीसदी हिस्सेदारी है. सिंह परिवार की फोर्टिस हेल्थकेयर बीएसई में हिस्सेदारी 1.26% है जिसकी कीमत 5,636 करोड़ रुपए है जबकि रेलिगेयर एंटरप्राइजेज में इसकी होल्डिंग की कीमत 2,693 करोड़ रुपए है जो करेंट मार्केट कैप पर बेस्ड है.

शिविंदर मोहन सिंह ने डयूक यूनिवर्सिटी बिजनेस स्कूल अमेरिका से एमबीए किया. वह दून स्कूल व स्टीफंस कालेज के छात्र रहे हैं. सिंह ने मैथमैटिक्स में मास्टर्स की डिग्री भी हासिल कर रखी है और वह आंकड़ों में बेहद तेज माने जाते हैं.

शिविंदर सिंह ने अपने नए सफर के बारे में बताते हुए कहा कि वो फोर्टिस में लोगों की सेवा करते आए हैं, और आगे भी समाज की सेवा जारी रखेंगे. जीवन को बचाने और बेहतर बनाने की चाह है. 'मैंने फोर्टिस की स्थापना और इसके परिचालन में दो दशक बिताया है और जीवन को बचाने व इसे बेहतर बनाने का लक्ष्य मेरे जीवन का अभिन्न अंग रहा है. इसने मुझे ज्यादा प्रत्यक्ष रूप से सेवा करने और जो मुझे भरपूर मिला उसका कुछ हिस्सा समाज को देने के लिए प्रेरित किया'.

फोर्टिस हैल्थकेयर के कार्यकारी चेयरमैन मालविंदर सिंह ने अपने छोटे भाई के फैसले का समर्थन करते हुए कहा ऐसा हमेशा नहीं होता कि कोई समाज की सेवा के प्रति अपने आपको प्रतिबद्ध पाता है और मुझे खुशी है कि शिविंदर जीवन के इस चरण में यह फैसला ले रहे हैं. फोर्टिस की स्थापना और विकास में शिविंदर का व्यापक योगदान रहा.

फोर्टिस हैल्थकेयर लिमिटेड की शाखाएं भारत के कई शहरो सहित दुबई, मॉरिशस और श्रीलंका में काम कर रही हैं.

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