News of Madhya Pradesh India
Hindi news portal of Bhopal. read regular fresh news of Bhopal, Indore, Gwalior, Jabalpur. whole state reporting with MP News Portal
12 February 2016
शहीद सैनिक हनुमंतप्पा का हुआ अंतिम संस्कार
बेंगलुरू: मद्रास रेजिमेंट के 33 वर्षीय लांस नायक हनुमंतप्पा का अंतिम संस्कार हुआ. सियाचिन में बर्फीले तूफान का शिकार हुए सैनिक हनुमंतप्पा का शुक्रवार दोपहर धारवाड़ स्थित उनके पैतृक गांव बेतादुर में अंतिम संस्कार कर दिया गया. तीन दिन तक दिल्ली के आर.आर. अस्पताल में भर्ती आर्मी अस्पताल में भर्ती हनुमनंतप्पा के दोनों फेफड़ों में निमोनिया की शिकायत थी. उनके शरीर के कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था. सियाचिन में जिंदा बचने वाले लांस नायक हनुमंतप्पा ने गुरुवार को अस्पताल में आखिरी सांस ली. डॉक्टरों ने बताया कि लांस नायक कोमा में थे.
हनुमंतप्पा के पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए दिल्ली में बरार स्क्वायर पर रखा गया था. जहां तीनों सेना प्रमुखों और रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने उन्हें श्रद्धांजलि दी. देर रात उनका शव कर्नाटक इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस में रखा गया था. जवान का पार्थिव शरीर लेने कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया खुद एयरपोर्ट पहुंचे हुबली एयरपोर्ट पर सिद्दारमैया ने उन्हें श्रद्धांजलि दी. सुबह उनका पार्थिव शरीर हुबली स्थित नेहरू स्टेडियम में अंतिम दर्शन के लिए रखा गया था. उनका पार्थिव शरीर धारवाड़ स्थित उनके गांव ले जाया गया. उनका पार्थिव शव जैसे ही गांव पहुंचा तो अंतिम दर्शन के लिए लोगों की भीड़ उमड़ी. गांव में अंतिम दर्शन के बाद पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया.
राज्य सरकार ने शहीद के सम्मान में उनके परिवार की मदद के लिए 25 लाख रूपये नकद, 2 एकड़ की खेती लायक ज़मीन और पत्नी को सरकारी नौकरी देने का एलान किया है.
6 दिनों तक 25 फुट बर्फ के नीचे रहकर . 20 हजार फुट की ऊंचाई पर 35 फुट मोटी बर्फ की परत के नीचे दबा सेना का यह जवान चमात्कारिक रूप से छह दिनों बाद जिंदा मिला था. उन्हें 'चमत्कारी मानव' का नाम दिया गया है. जहां पर यह बर्फानी तूफान आया वह जगह करीब 20 हजार फुट की ऊंचाई पर है. वहां का तापमान माइनस 45 डिग्री सेल्सियस से नीचे रहता है.
मद्रास रेजिमेंट के इस शहीद सैनिक के परिवार में उनकी पत्नी महादेवी अशोक बिलेबल और 18 महीने की एक बेटी नेत्रा कोप्पड है. सोमवार को उनके जिंदा होने की खबर के बाद उनके परिवार के साथ गांव के लोगों में भी खुशी की लहर दौड़ पडी थी. अब वहा मायूसी छाई है. वे 13 वर्ष पहले भारतीय सेना में शामिल हुए थे.
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भी लांस नायक हनुमंतप्पा के निधन पर शोक जताया है.
प्रधानमंत्री मोदी ने शोक जताते हुए कहा कि देश को हनुमंतप्पा पर गर्व है.