News of Madhya Pradesh India
Hindi news portal of Bhopal. read regular fresh news of Bhopal, Indore, Gwalior, Jabalpur. whole state reporting with MP News Portal
28 June 2016
डॉन छात्राओ द्वारा हॉस्टल में दबंगई
भोपाल: लड़कियों का दबंग होना अच्छा माना जाता है लेकिन जब यही दबंगई की परेशानी का सबब बन जाती है तो पानी सिर से ऊपर हो जाता है. कुछ ऐसा ही मामला भोपाल के कमला नेहरू हॉस्टल मामला सामने आया है. सोमवार को प्रोफेसर्स कॉलोनी स्थित छात्रावास में सीनियर छात्राओं द्वारा रैगिंग का मामला महिला आयोग पहुंचा था. मंगलवार को श्यामला हिल्स थाने की टीआई मदन इवने कमला नेहरू कन्या छात्रावास पहुंची उन्होंने पीड़िता सृष्टि उइके से बात की. कन्या छात्रावास में 'डॉन सिस्टर' ने देशी कट्टे की नोक पर अन्य छात्राओ को प्रताड़ित किया. प्रोफेसर्स कालोनी में कमला नेहरू गर्ल्स हॉस्टल में 250 लड़कियां रहती हैं। यहां रहने वाली लड़कियां दहशत के साए में जी रही है.
कमला नेहरू गर्ल्स हॉस्टल में रहने वाली तीन सीनियर लड़कियों ने इस हद तक दबंगई दिखाई कि जूनियर छात्राएं उनका नाम सुनते ही सिहर उठती हैं. पीड़ित छात्राओं की मानें तो तीनों लड़कियों से मिलने रात के वक्त हॉस्टल में लड़के भी आते हैं. पूछने पर वार्डन को बताया जाता है कि, वे उनके भाई हैं.
लेडी डॉन सीमा, प्रीति और रजनीश तीनों लड़कियां प्रदेश की राजधानी भोपाल की ही रहने वाली हैं. इसके बावजूद भी वे प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के नाम पर 8 साल से सरकारी हॉस्टल में रह रही हैं. उन तीनों ने एक कमरे पर कब्जा करके रखा है.
हॉस्टल में प्रताड़ित होने वाली जूनियर लड़कियों ने थाने से लेकर विभागीय अधिकारियों तक तकरीबन 100 से ज्यादा बार शिकायतें पहुंचाई हैं. हॉस्टल में रहने वाली एक पीड़ित लड़की सृष्टि उइके ने निर्भया टीम के सामने लेडी डॉन के नाम से कुख्यात सीमा, प्रीति और रजनीश की असलियत बताई है. पीड़िता सृष्टि ने बताया कि तीनों लड़कियां किसी न किसी बात को लेकर उसे टॉर्चर करती रहती थीं और वार्डन इस मामले में चुप्पी साध लेती थी. इसके बाद लेडी डॉन प्रीति, सीमा और रजनीश तीनों को भोपाल के श्यामला हिल्स थाना पुलिस ने हिरासत में ले लिया है.
डॉन सिस्टर जूनियर्स छात्राओ के साथ गुंडागर्दी करती हैं. हॉस्टल में लेडी डॉन के नाम से कुख्यात दो बहने देशी कट्टे की दम पर जूनियर्स से झाड़ू, पोंछा, कपड़े धुलवाने से लेकर सभी काम करवाती हैं, और नहीं करने पर उनके साथ जमकर मारपीट भी करती हैं. जूनियर्स छात्राओं का कहना था कि हमसे खाना बनवाया जाता है. यहां ये लड़कियां सीनियर बनकर हमारा शोषण करती हैं. जब इनकी किसी भी बात का विरोध करो तो मारपीट शुरू कर देती हैं कई बार तो हमारे कपड़े भी फाड़े गए हैं.