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6 March 2016
एशिया कप छठी बार चैम्पियन बना भारत
मीरपुर(बांग्लादेश): विश्व कप से पहले टीम इंडिया ने एशिया कप में जीत की पताका फहराई. टीम इंडिया ने बांग्लादेश को एशिया कप फाइनल में हराया. इस जीत के साथ टीम इंडिया छठी बार एशिया कप चैम्पियन बनी. धौनी की कप्तानी में भारतीय टीम ने दूसरी बार यह ख़िताब जीता. फाइनल मुकाबले में भारत ने आठ विकेट से बांग्लादेश को रौंद कर एशिया कप अपने नाम कर लिया. बारिश की वजह से मैच देरी से शुरू हुआ, 15-15 ओवर का फाइनल खेला गया. हर गेंदबाज को सिर्फ तीन ओवर डालने की अनुमति थी. बांग्लादेश के मीरपुर में शेर-ए-बांग्ला नेशनल स्टेडियम में रविवार को फाइनल खेला गया. भारत ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का निर्णय किया.
विराट कोहली और शिखर धवन इस जीत के हीरो बने. भारतीय टीम को पहला झटका पांच के स्कोर पर रोहित शर्मा के रूप में लगा जब वो एक रन बनाकर पवैलियन लौट गए. बांग्लादेश द्वारा टीम इंडिया को 121 रन का लक्ष्य दिया गया था. उसने मैन ऑफ द मैच शिखर धवन (60), विराट कोहली (नाबाद 41) और कप्तान महेंद्र सिंह धौनी (नाबाद 20) की शानदार पारियों की मदद से 13.5 ओवरों में 2 विकेट के नुकसान पर हासिल कर लिया. विराट कोहली ने शिखर के साथ मिलकर पारी को जमाया. विराट कोहली नाबाद रहे. विराट ने महज़ 28 गेंद पर 41 रन की मैच विनिंग पारी खेली. कोहली ने 28 गेंदों पर पांच चौके लगाए. 99 के कुल योग पर आउट होने वाले धवन ने अपने टी-20 करियर की अब तक की सबसे बड़ी पारी खेली. शिखर धवन ने 43 गेंदों पर 60 रन की धमाकेदार पारी खेली. 44 गेंदों का सामना करते हुए 9 चौके और एक छक्का लगाया. आउट होने से पहले शिखर ने विराट के साथ मिलकर दूसरे विकेट के लिए 67 गेंदों पर 94 रन की शानदार साझेदारी निभाई.
धवन का विकेट गिरने के बाद जब धोनी विकेट पर आए तब भारत को 14 गेंदों पर 21 रन चाहिए थे. धोनी ने ताबड़तोड़ अंदाज में खेलते हुए इन 21 रनों में से 20 रन अपने नाम किए. अंतिम 12 गेंदों पर भारत को 19 रनों की जरूरत थी. धोनी ने बिग-हिटर की अपनी पुरानी छवि फिर से दिखाई. अल अमीन हुसैन के ओवर में दो छक्कों और एक चौके की मदद से 19 रन बटोर लिए. कप्तान महेंद्र सिंह धौनी 20 रनों पर नाबाद लौटे. धौनी ने ये रन 6 गेंदों पर बनाए. उनकी पारी में एक चौका और दो छक्के शामिल हैं. यह धोनी का ही कमाल था कि भारत ने सात गेंदें शेष रहते मेजबान टीम के पहली बार यह खिताब जीतने के सपने को चकनाचूर कर दिया.
भारत की ओर से रविचंद्रन अश्विन और बुमराह ने बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए अपने तीन ओवर के कोटे में क्रमश: 14 और 13 रन दिए तथा एक-एक सफलता हासिल की. रवींद्र जडेजा और अशीष नेहरा को भी एक-एक विकेट मिला.
बांग्लादेश ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 15 ओवर में 120 रन का स्कोर खड़ा किया. बांग्लादेश की टीम ने आक्रामक क्रिकेट खेला. दूसरी बार फाइनल में पहुंची बांग्लादेश टीम के लिए महमुदुल्लाह रियाज ने सबसे अधिक 33 रनों का योगदान दिया. महमुदुल्लाह की ताबड़तोड़ बल्लेबाजी ने भारत को बैकफुट पर ला दिया. महमुदुल्लाह ने 13 गेदों पर दो चौके और दो छक्के लगाए जबकि इस टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन करते हुए मैन ऑफ द टूर्नामेंट खिताब जीतने वाले शब्बीर ने 29 गेंदों पर दो चौके जड़े. शब्बीर रहमान ने नाबाद 32 रन बनाए. इन दोनों ने 20 गेंदों पर 45 रन जोड़े. मेजबान टीम ने अंतिम पांच ओवरों में 52 रन बनाए.
भारत ने धोनी की कप्तानी में 2010 के बाद दूसरी बार यह खिताब जीता है. इससे पहले भारत ने 1984, 1988, 1990 और 1995 में यह खिताब जीता था. इसके अलावा भारत 1997, 2004 और 2008 में उपविजेता रहा था. भारत ने सबसे अधिक बार यह खिताब जीता है. इस क्रम में दूसरे स्थान पर श्रीलंका है, जिसने पांच बार यह खिताब जीता है. दो बार पाकिस्तान भी चैम्पियन रहा है.