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30 March 2016

विधवा स्वाधार गृह का हुआ शिलान्यास

वृंदावन स्वाधार गृह शिलान्यास

वृंदावन: केंद्रीय महिला और बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने वृन्दावन में विधवाओं के आश्रय सदन का शिलान्यास किया. यह वृन्दावन के सुनरख बांगर क्षेत्र में निराश्रित एवं विधवा महिलाओं के लिए प्रस्तावित एक हजार क्षमता वाला आश्रय सदन है. इस आश्रय सदन का निर्माण कार्य पहले से ही प्रारंभ कर दिया गया है तथा इसे मार्च 2018 तक पूर्ण कर लिए जाने का लक्ष्य रखा गया है. यह देश में सरकार द्वारा विधवाओं के लिए स्थापित अथवा वित्तपोषित सबसे बड़ा घर होगा.

पिछले दिनों कराए गए निरीक्षण में वृन्दावन में मौजूद स्वाधार घर में रह रहीं विधवाओं की स्थिति संतोषजनक नहीं पाई गई थी. इसलिए वृन्दावन की विधवाओं को रहने की बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए मंत्रालय ने सभी आवश्यक सुविधाओं से युक्त 1000 शैय्याओं वाले घर का निर्माण कराने का निर्णय लिया. यह घर स्वाधार और अल्पकालिक प्रवास गृह योजना के अधीन बिना सामाजिक और आर्थिक मदद वाली संकटग्रस्त महिलाओं के आश्रय, भोजन, वस्त्र, चिकित्सा उपचार और देखभाल करने जैसी प्राथमिक जरूरतों को पूरा करता है. इन दोनों योजनाओं को 1 जनवरी 2016 से आपस में मिलाकर 'स्वाधार गृह' का नाम दिया गया है.

आश्रय सदन की क्षमता एक हजार और अनुमानित लागत लगभग 57 करोड़ रुपए है. इसका राष्ट्रीय भवन निर्माण निगम(एनबीसीसी) के माध्यम से 1.424 हेक्टेयर भूमि में निर्माण किया जा रहा है. इसके लिए राज्य सरकार ने भूमि उपलब्ध कराई है. इस घर का डिजाइन हेल्पेज इंडिया के परामर्श से तैयार किया गया है, जो बुजुर्गों के लिए अनुकूल है. इस घर में भूतल से अलावा तीन मंजिले होंगी जिनमें रैम्प, लिफ्ट, बिजली, पानी की आपूर्ति तथा अन्य सुविधाएं उपलब्ध होगी.

इस शिलान्यास अवसर पर मेनका गांधी ने कहा कि एक विधवा स्त्री का दर्द मुझसे बेहतर और कौन समझ सकता है. मैं भी केवल 23 साल की थी. जब मैं विधवा हो गई. उस समय मेरा बेटा केवल 100 दिन का था. शिलान्यास स्थल पर श्रीमती गांधी ने नींम और पीपल के दो पौधे रोपे.

इस आश्रय सदन में 'पहले आओ, पहले पाओ' के आधार पर सुविधा दी जाएगी. यदि यहां रहने वाली महिलाएं किसी विशेष प्रशिक्षण की भी मांग करेंगी तो सरकार उसे मुहैया कराने का प्रयास करेगी. गौरतलब है कि राज्य सरकार ने भी हाल ही में वृन्दावन प्रवास कर रहीं कई राज्यों की निराश्रित, परित्यक्त एवं विधवा महिलाओं के भत्ते को अब 550 रुपए महीने से बढ़ाकर 4050 रुपए कर दिया है.

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