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12 May 2016

72 की आयु में बनी मां

72 की उम्र में बनी मां

अमृतसर: पंजाब के अमृतसर में 72 साल की उम्र में पहली बार मां बनीं दलजिंदर कौर. दलजिंदर कौर ने स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया है. माँ बनने के बाद 72 साल की दलजिंदर कौर और 75 साल के मोहिंदर सिंह की खुशी का ठिकाना नहीं है. दलजिंदर कौर दादी की उम्र में मां बनी हैं. उन्होंने 19 अप्रैल को बच्चे को जन्म दिया. बरसों का अरमान पूरा होने पर दलजिंदर ने अपने बेटे का नाम ही अरमान रख दिया है. बच्चे का जन्म सर्जरी के जरिए हुआ. उम्र के इस पड़ाव पर औलाद का सुख इन्हें टेस्ट ट्यूब बेबी तकनीक की बदौलत मिला है. मां और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं.

दलजिंदर और मोहिंदर सालों पहले बच्चे की आस छोड़ चुके थे. टीवी पर टेस्ट ट्यूब बेबी का विज्ञापन देखा तो इन्होंने हिसार के बिश्नोई फर्टिलिटी सेंटर से संपर्क किया था. दलजिंदर और मोहिंदर की 46 साल लंबे इंतजार के बाद सूनी गोद भर गई है.

दोनों का दुख ऐसा था कि पति-पत्नी ने कोई ऐसा धार्मिक स्थल नहीं छोड़ा जहां पर औलाद के लिए माथा ना टेका हो. साल 1970 में दोनों की शादी हुई थी. सबकुछ था लेकिन बच्चा नहीं था.

मोहिंद्र सिंह ने कहा के जो लोग औलाद चाहते हैं लेकिन इस बात से घबराते हैं के लोग या समाज उनके बारे में क्या सोचेगा. इस की ना तो उन्होंने कभी परवाह की और लोग भी इस बात की परवाह न किये बगैर अपना सपना पूरा करें.

डॉ बिश्नोई के मुताबिक तीन साल पहले बुजुर्ग दंपत्ति विज्ञापन देखकर उनके पास आए थे. डॉक्टर बिश्नोई के लिए भी 72 साल की उम्र में किसी के मां बनने का ये पहला मामला था.

टेस्ट ट्यूब बेबी तकनीक में भ्रूण बनने की प्रक्रिया शऱीर के भीतर नहीं बल्कि लैब में पूरी की जाती है. पहले महिला के अंडे और पुरुष को शुक्राणु को शरीर से बाहर मिलाकर भ्रूण तैयार किया जाता है. और फिर उसे महिला के गर्भ में पहुंचा दिया जाता है इसके बाद बच्चा सामान्य तौर पर मां के गर्भ में विकसित होता है. टेस्ट ट्यूब बेबी तकनीक से मां जरूर बन सकते है. लेकिन इस उम्र में मां बनने के रिस्क भी होते हैं जिनकी अनदेखी नहीं की जा सकती है.

दलजिंदंर ने इन विट्रो फर्टिलाइजेशन(आईवीएफ) ट्रीटमेंट की मदद से बच्‍चे को जन्‍म दिया है. इससे पहले दलजिंदर की दो आईवीएफ साइकल फेल हो चुकी थी. दो बार आईवीएफ साइकल नाकाम रहने के बाद भी दोनों ने हिम्मत नहीं हारी. दलजिंदर 3 साल से आईवीएफ ले रही थीं. आखिरकार बीते वर्ष जुलाई में दलजिंदर को कंसीव करने में कामयाबी मिली.

पंजाब में बुजुर्ग दंपति द्वारा आइवीएफ के जरिए बच्चा पैदा करने को डॉक्टरों ने पूरी तरह से अनैतिक करार दिया है. इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रजिस्ट्री के मुताबिक आइवीएफ तकनीक के जरिए बच्चा पैदा करने वाले दंपति की संयुक्त उम्र 100 साल से अधिक नहीं होनी चाहिए. जबकि दलजिंदर कौर उनके पति की संयुक्त उम्र करीब 150 साल है.

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