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3 January 2017
अग्नि-4 मिसाइल का सफल परीक्षण
बालेश्वर(ओडिशा): भारत ने परमाणु आयुध ले जाने में सक्षम अग्नि-4 बैलिस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया. यह परीक्षण ओडिशा के बालासोर में अब्दुल कलाम द्वीप स्थित एकीकृत परीक्षण रेंज(आईटीआर) के परिसर संख्या चार से किया गया. कलाम द्वीप को पूर्व में व्हीलर द्वीप के तौर पर जाना जाता था. परीक्षण में मिसाइल 4000 किमी तक सतह से सतह पर मार करने में सफल रही. रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन(DRDO) द्वारा विकसित इस मिसाइल का परीक्षण सेना के स्ट्रेटेजिक फोर्सेज कमांड की मिसाइल यूनिट द्वारा किया गया. परीक्षण ने सभी मानकों को पूरा किया. मिसाइल के सभी मानकों को परखने के लिए समुद्र तट पर रडार और इलेक्ट्रो ऑप्टिकल प्रणालियां लगायी गयी, लक्षित क्षेत्र मौसेना के दो जहाज तैनात किए गए थे.
इसकी लंबाई 20 मीटर और वजन 17 टन है. अग्नि 4 माइक्रो नेविगेशन सिस्टम से लैस है, ये मिसाइल हवा में होने वाले डिस्टर्बेंस को स्वत: ही ठीक कर अपनी दिशा सुधार सकती है. जड़त्व दिशा-निर्देशन प्रणाली(आरआईएनएस) पर आधारित अति सटीक रिंग लेजर जाइरो तकनीक और अत्यंत विश्वसनीय माइक्रो नैविगेशन सिस्टम अचूक निशाने के साथ मिसाइल का लक्ष्य तक पहुंचना सुनिश्चित करते हैं. इस मिसाइल में अत्याधुनिक वैमानिकी, पांचवी पीढ़ी के ऑन बोर्ड कंप्यूटर और संवितरित संरचना से लैस है.
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन के मुताबिक मिसाइल को मोबाइल लॉन्चर की मदद से सुबह 11 बजकर 55 मिनिट पर दागा गया. देश में निर्मित अग्नि-4 मिसाइल का यह छठा प्रायोगिक परीक्षण था. अग्नि 4 मिसाइल का पिछला परीक्षण नौ नवंबर 2015 को भारतीय सेना की विशेष तौर पर गठित सामरिक बल कमान(एसएफसी) ने किया था जो सफल रहा. इस मिसाइल का पहला परीक्षण 15 नवंबर 2011 को हुआ था.
गौरतलब है कि पिछले हफ्ते 26, दिसंबर 2016 को भारत में विकसित 5000 किलोमीटर से अधिक दूरी तक के लक्ष्य को भेदने में सक्षम अग्नि पांच 5 बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया था. इसका परीक्षण भी ओडिशा तट से दूर व्हीलर द्वीप से सफल परीक्षण किया गया था. यह मिसाइल भी परमाणु क्षमता से लैस है. यह उत्तरी चीन तक लक्ष्यों को भेद सकती है. अग्नि-5 से भारत इंटर कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल रखने वाले सुपरएक्सक्लूसिव क्लब में शामिल हो गया है. अभी इस क्लब में अमेरिका, रूस, चीन, फ्रांस और ब्रिटेन ही हैं.