Menu

News of Madhya Pradesh India

Hindi news portal of Bhopal. read regular fresh news of Bhopal, Indore, Gwalior, Jabalpur. whole state reporting with MP News Portal

31 May 2017

कर्नाटक की नंदिनी रही यूपीएससी में टॉपर

कर्नाटक नंदिनी टॉपर यूपीएससी

बेंगलूर: संघ लोक सेवा आयोग(यूपीएससी) ने वर्ष 2016 की परीक्षा का रिजल्ट बुधवार को घोषित किया. कर्नाटक के कोलार गोरल्ड फील्ड की नंदिनी के आर ने यूपीएससी परीक्षा में सर्वोच्च स्थान हासिल किया. परीक्षा में अनमोल शेर सिंह बेदी को दूसरा और गोपालकृष्णन रोनांकी को तीसरा स्थान मिला है. दूसरे स्थान पर रहे अनमोल ने लड़कों में टॉप किया है. भारतीय प्रशासनिक सेवा, भारतीय विदेश सेवा, भारतीय पुलिस सेवा और केंद्रीय सेवाओं ग्रुप ए और ग्रुप बी के परिणाम घोषित किए गए हैं.

भोपाल संघ लोक सेवा आयोग परीक्षा

इस परीक्षा में 1099 अभ्यर्थी सफल रहे. इनमें 846 पुरुष और 253 महिला अभ्यर्थी शामिल हैं. इनमे 500 अभ्यर्थी सामान्य वर्ग से हैं. जबकि 347 ओबीसी वर्ग, 163 एससी और 89 एसटी वर्ग से हैं. परिणाम के आधार पर 180 का चयन आईएएस, 150 का आईपीएस और 45 का आईएफएस के लिए हुआ है. सफल अभ्यार्थियों की नियुक्ति आईएएस, आईएफएस, आईपीएस और अन्य केंद्रीय सेवाओं के लिए होगी. इनके अलावा केंद्रीय सेवाओं में ग्रुप-ए के लिए 603 और ग्रुप-बी के लिए 231 का चयन हुआ है.

टॉप करने वाली नंदिनी का चयन वर्ष 2014 में आईआरएस के लिए हुआ था. वह इस समय फरीदाबाद स्थित राष्ट्रीय सीमा शुल्क एवं नशीले पदार्थ अकादमी में प्रशिक्षण ले रही हैं. नंदिनी ने 2014 सिविल सर्विसेस एग्जाम में 849 रैंक हासिल की थी.

वर्ष 2016 की मुख्य परीक्षा दिसंबर में आयोजित की गई थी. वहीं साक्षात्कार मार्च से मई के बीच आयोजित किए गए थे. इन्हीं के आधार पर यह ये परिणाम घोषित किए गए हैं.

नंदिनी ने 16 साल बाद फिर से कर्नाटक का सिर ऊंचा किया है. उनसे पहले राज्य की विजयलाक्षी बिडारी से सिविल सर्विसेज के एग्जाम में टॉप किया था.

वही परीक्षा परिणामो में मध्य प्रदेश सतना के अमदरा की सुरभि गौतम ने 50वीं रैंक हासिल की है. उज्जैन के सिंहपुरी निवासी रोहित व्यास को 69वीं और भोपाल के नीतीश अग्रवाल ने पहले ही प्रयास में 122वीं रैंक पाई है. वहीं इंदौर की ऐश्वर्या शर्मा को 168वीं और भोपाल की रेशम द्विवेदी ने 273वीं रैंक हासिल की है.

अपनी सफलता से उत्साहित नंदिनी ने कहा, 'यह एक सपने के सच होने जैसा है. वह हमेशा से ही आईएएस अधिकारी बनना चाहती थीं'. ओबीसी वर्ग की नंदिनी ने वैकल्पिक विषय के तौर पर कन्नड़ साहित्य का पेपर दिया था. उनका यह चौथा प्रयास था.

Retrieved from(websites).

comments powered by Disqus