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4 November 2017

भारत ने 918 किग्रा. खिचड़ी पकाकर रचा विश्व कीर्तिमान

नई दिल्ली: भारत ने शनिवार को नया विश्व कीर्तिमान रचा. एक ही बर्तन में 918 किलो खिचड़ी पकाई. यह कारनामा खानसामा संजीव कपूर के नेतृत्व में 50 रसोइयों की टीम ने किया. इस खिचड़ी में देसी घी का तड़का योग गुरु स्वामी रामदेव ने लगाया. 3 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ल्ड फूड इंडिया फेस्ट‍िवल का उद्घाटन किया था. वर्ल्ड फूड फेस्ट‍िवल में पीएम मोदी ने खिचड़ी को देश के सबसे पसंदीदा खाने के रूप में पेश किया था. तीन दिवसीय विश्व खाद्य मेला एवं सम्मेलन ऐतिहासिक इंडिया गेट के मैदान पर आयोजित किया जा रहा है.

भारतीय व्यंजन 'खिचड़ी' को विश्व खाद्य मेले में एक पौष्टिक संपूर्ण आहार के रूप में पेश किया गया. तमाम प्रकार के पोषण से भरपूर परंपरागत व्यंजन खिचड़ी गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की फेहरिस्त में शामिल हो गई है. एक स्थान पर एक ही बर्तन में इतनी बड़ी मात्रा में तैयार व्यंजन को देखने गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की एक टीम भी मौजूद थी. गिनीज विश्व रिकॉर्ड के एक अधिकारी ने कहा कि भारत ने एक ही बर्तन में 918 किलो खिचड़ी पकाकर गिनीज बुक ऑफ़ विश्व रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराया है.

इस लजीज खिचड़ी को बनाने के लिए केन्द्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल, राज्यमंत्री निरंजन ज्योति, पतंजलि योग के रामदेव और जाने-माने खानसामा संजीव कपूर ने बड़ी कड़ाही में तैयार खिचड़ी में मीडिया के समक्ष जीरे का छौंक लगाया और 'कड़ी पत्ता' डाला.

इस पौष्टिक खिचड़ी को दाल, चावल, बाजरा, रागी मूंग और छिलके वाली दाल से मिलाकर तैयार किया गया है. इस खिचड़ी में 120 किलो चावल, 45 किलो मूंग की दाल, 3 किलो घी और 700 लीटर पानी का इस्तेमाल किया गया है. इस पूरी प्रक्रिया में सात फुट चौड़ी और इतनी ही ऊंची तीन परत वाली एक हजार लीटर स्टेनलेस स्टील की कढ़ाई में भाप का प्रयोग कर व्यंजन को धीमी आंच पर पकाया गया. इस कढ़ाई को उठाने के लिए क्रेन का इस्तेमाल किया और वजन कर इसे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कराने योग्य बनाया गया.

इस मौके पर केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि इस कार्यक्रम के जरिए हमारा मकसद खिचड़ी को विश्व स्तर पर बढ़ावा देना है. इसमें प्रयोग होने वाले चावल, बाजरा, रागी, ज्वार और अमरनाथ के बाजार को बढ़ावा मिलेगा जिसका सीधा फायदा भारतीय किसानों को होगा. व्यंजन को देश की एकता का प्रतीक बताया कहा कि इसमें विश्व का सबसे पसंदीदा व्यंजन बनने की क्षमता है.

इस मौके पर योग गुरु बाबा रामदेव ने कहा कि इस व्यंजन पर जोर देने से विश्व बाजार में भारतीय भोजन को नया सम्मान मिलेगा. रामदेव ने कहा, "सूक्ष्म पोषक तत्वों की उच्च संख्या की वजह से यह भारतीयों का सुपर खाना है और अंतर्राष्ट्रीय सुपर भोजन बनने की क्षमता रखता है".

तैयार खिचड़ी को विदेशी मेहमानों के साथ-साथ दिल्ली की कुछ कालोनियों में जरूरतमंदों के बीच बांटा गया.

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