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1 September 2017
जानलेवा गेम ब्लू व्हेल की एडमिन रशियन लड़की गिरफ्तार
नई दिल्ली: ब्लू व्हेल गेम की एडमिन 17 साल की लड़की गिरफ्तार हुई, यह लड़की खेल में टास्क पूरा करवाने के लिए धमकी देती थी. खेल की एडमिन(शासक) यह लड़की रूस की रहनेवाली है. यह जानलेवा ऑनलाइन खेल भारत सहित कई देशो में बच्चों की जान ले चुका है. यह लड़की इस ऑनलाइन गेम को बीच में छोड़कर जाने वालों को जान से मारने की धमकी देती थी. इतना ही नहीं ये उनके परिजनों को भी मरवा डालने की धमकी देते हुए उन्हें खेल से जोड़कर रखती थी. यह गेम दुनियाभर में अब तक करीब 130 बच्चों की जान ले चुका है.
द ब्लू व्हेल गेम को 22 साल के लड़के फिलिप बुडेकिन ने साल 2013 में बनाया था. फिलीप साइकोलॉजी का स्टूडेंट था. इस गेम के कारण सुसाइड करने का पहला केस 2015 में सामने आया था. जिसके बाद फिलीप को 3 साल की सजा सुनाई गई थी.
फिलीप को सजा होने के बाद इस गेम की एडमिन 17 साल की लड़की बनी, जो लोगों को सुसाइड के लिए उकसाती थी. आरोपी लड़की मनौविज्ञान की छात्रा है और उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया है. अदालत में हुई पेशी के बाद उसे तीन साल के लिए जेल भेजा गया है. पुलिस ने फिलिप के कमरे से कई हॉरर किताबें, डरावनी पेटिंग, सुसाइड के लिए इंस्पायर करने वाले फोटो, डीवीडी और विवादित नॉवेल मिले हैं.
'ब्लू व्हेल चैलेंज' गेम भारत में दुनिया भर में सबसे ज्यादा कोलकाता में सर्च हुआ है.
भारत में अब तक 7 से ज्यादा बच्चों ने सुसाइड किया. ब्लू व्हेल गेम ने पिछले कुछ महीनों से भारत में भी पैर पसार रखे हैं. ब्लू व्हेल की वजह से सुसाइड करने का पहला मामला मुंबई में सामना आया था, जहां 14 साल के मनप्रीत नाम के लड़के ने सुसाइड कर ली थी. इसके बाद बंगाल में भी एक 10वीं क्लास में पढ़ने वाले अनकन डे और फिर केरल के रहने वाले वाले 11वीं क्लास के लड़के मनोज ने भी इस गेम के कारण सुसाइड कर ली थी. हाल ही में यूपी और तमिलनाडु में भी इस गेम को खेलने के कारण 2 बच्चों ने सुसाइड कर ली. मध्यप्रदेश में भी बच्चो ने जान देने की कोशिश की. इसके अलावा कई बच्चों ने खुदको इस गेम की वजह से अपने आपको नुकसान पहुंचाने की कोशिश की थी.
मदुरै में ब्लू व्हेल गेम से एक कॉलेज छात्र की मौत के बाद मद्रास हाईकोर्ट ने इस मामले में खुद संज्ञान लिया है. बुधवार को कथित तौर पर ब्लू व्हेल गेम की वजह से एक कॉलेज छात्र ने ख़ुदकुशी कर ली थी. मदुरै के मन्नार कॉलेज में बीकॉम सेकंड ईयर में पढ़ने वाले 19 साल के विग्नेश ने कथित तौर पर ख़ुदकुशी कर ली. तमिल में एक नोट मिला जिसमें लिखा हुआ है कि ये बस खेल नहीं है, एक बार आप दाखिल होते हैं तो आप छोड़ नहीं सकते. मैं हर किसी से अपील करता हूं. कृपया यह खेल कभी न खेलें. देखिए हमारे परिवार का क्या हर्ष हुआ.
मदुरै पुलिस ने अब ब्लू व्हेल गेम के खिलाफ लड़ाई लड़नी शुरू कर दी है. मदुरै पुलिस ने इसके लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है. हेल्पलाइन नंबर है 7708806111. वहीं भारत के पुडुचेरी के यूनिवर्सिटी में ब्लू व्हेल गेम के चैलेंज के वजह से स्टूडेंट ने कैंपस के हॉस्टल के पास फांसी लगा ली.
स्कूलों को मेनका गांधी ने लिखा है कि ब्लू व्हेल चैलेंज से बच्चों की ख़ुदकुशी से बेहद दुखी हैं. उन्होंने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को इस बारे में तकनीकी हल निकालने के लिए कहा है.
ब्लू व्हेल गेम इंटरनेट पर खेला जाने वाला गेम है, जो दुनियाभर के कई देशों में उपलब्ध है. इस गेम को खेलने वाले शख्स के सामने कई तरह के चैलेंज रखे जाते हैं. ये सभी चैलेंज 50 दिन के अंदर पूरे करने होते हैं. इसमें अंतिम चैलेंज के रूप में आत्महत्या को रखा गया है. हर चैलेंज को पूरा करने पर हाथ पर एक कट करने के लिए कहा जाता है. चैलेंज पूरे होते-होते आखिर तक हाथ पर व्हेल की आकृति उभरती है.
इस खेल में हॉरर वीडियो या फिल्म देखने के लिए चैलेंज है. हाथ की तीन नसों को काटकर उसकी फोटो क्यूरेटर को भेजना भी एक चैलेंज है. ऊंची से ऊंची छत पर जाने को इस गेम में कहा जाता है. व्हेल बनने के लिए तैयार होने पर अपने पैर में 'यस' उकेरना होता है. तैयार होने पर खुद को चाकू से कई बार काटकर सजा देना भी चैलेंज का हिस्सा है. सभी चैलेंज पूरे करने वाले को आखिर में खुदकुशी करनी पड़ती है.
इस गेम का एडमिन चैटिंग सॉफ्टवेयर स्काइप के जरिए गेम खेलने वाले से लगातार संपर्क में रहता है. गेम खेलने वाले को हर दिन एक कोड नंबर दिया जाता है. इसमें हाथ पर ब्लेड से F57 लिखकर इसकी फोटो अपलोड करने के लिए कहा जाता है. गेम का विनर उसे ही घोषित किया जाता है, जो 50वें दिन अपनी जान दे देता है. इसके बाद बच्चों को सुसाइड करने के लिए उकसाया जाता है. अगर कोई प्लेयर सुसाइड करने के लिए मना करता है तो फिर उसकी सारी इन्फोर्मेशन पब्लिक करने की धमकी दी जाती है और उसे डराया जाता है.