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07 August 2018
एम. करुणानिधि का निधन राज्य में 7 दिन का शोक
चेन्नई: नहीं रहे दक्षिण की राजनीति के पितामह. द्रविड़ मुनेत्र कड़गम(डीएमके) सुप्रीमो मुत्तुवेल करुणानिधि का 94 की उम्र में निधन. चेन्नई के कावेरी अस्पताल में उन्होंने शाम 6 बजकर 10 मिनट पर आखिरी सांस ली. अस्पताल ने मेडिकल बुलेटिन जारी कर ये जानकारी दी. साहित्य, सिनेमा और राजनीति में जबर्दस्त कामयाबी हासिल करने वाले करुणानिधि अपने निधन से कुछ दिन पूर्व तक राजनीति में सक्रिय रहे. जयललिता की तरह करुणानिधि भी तमिल लोगों की आवाज थे.
सभी राज्यों की राजधानी और पूरे तमिलनाडु में कल राष्ट्रध्वज झुका रहेगा. तमिलनाडु सरकार ने कल छुट्टी घोषित की, 7 दिनों का राज्य में शोक. रात में तमिलनाडु सरकार द्वारा नहीं जमीन देने के मामले की सुनवाई मद्रास हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस एच.जी. रमेश करेंगे. गोपालपुरम स्थित करुणानिधि के आवास के बाहर समर्थकों की भारी भीड़ जमा हुई.
बीमारी के चलते करुणानिधि की तबियत पिछले कई दिनों से खराब थी. उन्हें 28 जुलाई को कावेरी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वे 29 जुलाई से इंटेंसिव केयर यूनिट(आईसीयू) में भर्ती थे.
दिवंगत करुणानिधि के नाम हर चुनाव में अपनी सीट न हारने का रिकॉर्ड रहा है. वे अपने परिवार में नास्तिक रहे. वे पांच बार मुख्यमंत्री और 12 बार विधानसभा सदस्य रहे. वे 'कलाईनार' के नाम से मशहूर थे. 50 साल पहले 26 जुलाई, 1969 को उन्होंने डीएमके की कमान अपने हाथों में ली और तब से लेकर पार्टी के मुखिया बने रहे. करुणानिधि ने 1969 में पहली बार राज्य के मुख्यमंत्री का पद संभाला था, इसके बाद 2003 में आखिरी बार मुख्यमंत्री बने थे. 14 साल की कच्ची उम्र में करुणानिधि ने जस्टिस पार्टी का दामन थाम लिया था. जब डीएमके के संस्थापक सी. एन. अन्नादुरई अपने राजनीतिक गुरु ई. वी. रामास्वामी से अलग हुए, तब करुणानिधि उनके साथ आए और पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक बने. पहली बार 1957 में करुर जिले की कुलिथली विधानसभा सीट से चुनाव जीता था. 1971 में मद्रास राज्य का नाम बदलकर तमिलनाडु करना भी करुणानिधि के हिन्दी विरोध का ही नतीजा था. 1975 में जब इंदिरा गांधी ने इमरजेंसी की घोषणा की तो करुणानिधि की सरकार को बर्खास्त कर दिया गया.
स्वर्गीय शिवाजी गणेशन की तमिल सिनेमा में डेब्यू करुणानिधि की वजह से भी शानदार रही. उनकी पहली फिल्म 'परासक्थी' के जानदार संवाद करुणा ने ही लिखा था.
करूणानिधि की बीमार होने की खबर राज्य में वायरल थी कई लोगों की जान सदमे में गई तो कुछ ने खुदकुशी की. करुणानिधि के निधन से देश की राजनीति को गहरा धक्का लगा है. सियासी गलियारों में मातम पसर गया है. देश की राजनीति में करुणानिधि और उनकी पार्टी का अमिट योगदान रहा है.
तमिलनाडु के सीएम पलनिसामी, उपमुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम ने उनके निधन पर शोक जताया. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, केरल के मुख्यमंत्री पी विजयन, कमल हसन के अलावा पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा समेत कई जानी-मानी हस्तियां उनसे मिलने पहुंची थीं.
पीएम मोदी, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, राहुल गांधी ने डीएमके प्रमुख एम. करुणानिधि के निधन पर शोक जताया. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने शोक जताया. डीएमके प्रमुख करुणानिधि को श्रद्धांजलि देने पीएम मोदी कल पहुंचेंगे. बीजेपी नेता राममाधव ने डीएमके प्रमुख करुणानिधि के निधन पर जताया शोक.