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12 June 2018
राष्ट्रीय संत भय्यू जी महाराज ने की आत्महत्या
इंदौर: दुनिया को संयम और मुक्ति की सीख देने वाले आध्यात्मिक गुरू भय्यू महाराज ने आत्महत्या की. भय्यू महाराज की आत्महत्या के पीछे दूसरी पत्नी और बेटी के बीच कलह का मामला सामने आ रहा है. दोनों के बीच सुलह नहीं हो पा रहा था बार बार विवाद हो रहा था रास्ता निकल नहीं रहा था. भय्यू महाराज दूसरी पत्नी डॉ. आयुषी और बेटी कुहू के बीच चल रहे विवाद से टूट गए थे और तनाव में थे. बेटी को पिता की दूसरी शादी पसंद नहीं थी. बापट स्थित उनके आश्रम पर अंतिम दर्शन के बाद उनका सयाजी मुक्तिधाम पर उनका अंतिम संस्कार है.
भय्यू जी महाराज द्वारा अपनी लाइसेंसी हथियार से खुद को कनपटी पर गोली मारी गई है. घटना के बाद उनके इंदौर के बॉम्बे अस्पताल ले जाया गया जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया. पुलिस को इस मामले में सुसाइड नोट भी मिला है. इसमें उन्होंने पारिवारिक कलह का जिक्र करते हुए उन्होंने खुद को बेहद तनाव मे होना बताया है.
कलह की पहली वजह बेटी को पिता की दूसरी शादी पसंद नहीं थी. पहली पत्नी माधवी के निधन के बाद भय्यू महाराज ने बेटी ने बिना पूछे डॉ. आयुषी से शादी कर ली थी. दूसरी पत्नी इंदोर मे डाक्टर आयुषी शर्मा शिवपुरी के खनियाधाना की निवासी थी. 2015 मे उनकी पहली पत्नी माधवी की मृत्यु हो गई थी.
भय्यू जी महाराज ने अन्ना हजारे के आंदोलन को खत्म कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. 1968 में जन्मे भय्यूजी महाराज का मूल नाम उदयसिंह देशमुख है. वे शुजालपुर के जमींदार परिवार से ताल्लुक रखते थे. वह पहले फैशन डिजाइनर थे और बाद में अध्यात्म की ओर मुड़ गए थे.
उनकी पहचान एक आध्यात्मिक गुरू, राष्ट्रसंत, समाजसेवी एवं विचारवान व्यक्तित्व के तौर पर थी. वे मप्र राज्यमंत्री का दर्जा ठुकरा चुके थे, मॉडलिंग छोड़ अध्यात्म के रास्ते पर थे भय्यूजी महाराज. वे सियाराम शूटिंग के मॉडल रह चुके हैं. कर्ज में डूबा बताकर सार्वजनिक जीवन से संन्यास लिया था. वह कभी खेतों की जुताई करते देखे जाते थे तो कभी क्रिकेट खेलते हुए. घुड़सवारी और तलवारबाजी में भी वे पारंगत थे. आलीशान भवन में रहने वाले भय्यूजी महाराज मर्सडीज जैसी महंगी गाड़ियों और रॉलेक्स वॉचेस पहनना पसंद करते थे. अब तक वे पेड़, तालाब खुदवाए हैं.