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21 March 2018

राष्ट्रपति कोविद ने भज्जू श्याम को किया सम्मानित

राष्ट्रपति कोविद पद्म पुरुस्कार

दिल्ली/भोपाल: मध्य प्रदेश के आदिवासी गोंड कलाकार भज्जू श्याम जी को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मंगलवार को पद्मश्री पुरुस्कार से सम्मानित किया. राष्ट्रपति ने 43 अन्य हस्तियों को भी साल 2018 के पद्म सम्मान से नवाजा. भज्जू ने अपनी पेंटिंग से दुनिया भर में ख्याति प्राप्त की. उनके बनाए चित्रों की चर्चा देश-विदेश तक है. चित्रकार भज्जू श्याम गोंड समाज के रीति रिवाज, गोंडी पूजा अर्चना और गोंड राजाओं के बारे में सैकड़ो चित्र बना चुके हैं. गोंड आर्ट में उन्हें महारत हासिल है. समारोह का आयोजन राष्ट्रपति भवन में किया गया.

पुरुस्कार प्राप्त करने वालो में मशहूर संगीतकार इलैयाराजा, हिंदुस्तानी शास्त्रीय गायक गुलाम मुस्तफा खान, हिंदुत्व विचारक पी. परमेश्वरन को पद्म विभूषण पुरस्कार से नवाजा गया. बिशप क्रिसोस्तोम, इतिहासकार एवं पुरातत्व विज्ञानी रामचंद्रन नागास्वामी, कानूनी विद्वान वेद प्रकाश नंदा और सितार वादक पंडित अरविंद पारिख को पद्म भूषण पुरस्कार से नवाजा गया. जिन 37 शख्सियतों को पद्मश्री पुरस्कार दिया गया उनमें आईआईटी कानपुर के छात्र रह चुके अरविंद गुप्ता, स्मरण से 500 हर्बल औषधि बनाने वाली एवं खासतौर पर हजारों लोगों को सर्पदंश और कीटों के डंक के मामलों में मदद करने वाली केरल की आदिवासी महिला लक्षमीकुट्टी, भारतीय टेनिस खिलाड़ी सोमदेव किशोर देववर्मन, सुभाषिनी मिस्त्री शामिल, असम के अरूप कुमार दत्ता, भारत में प्लास्टिक सड़क निर्माता के रूप में जाने जाने वाले तमिलनाडु के राजगोपालन वासुदेवन, प्रख्यात कश्मीरी थियेटर कलाकार प्राण किशोर कौल शामिल हैं.

भज्जू श्याम ने अपने संघर्ष के दिनों में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी, इलैक्ट्रिशियन का काम, मजदूरी के लिए भी भटके. आर्थिक तंगी से बदहाल और परिवारिक जिम्मेदारी के चलते उन्हे काम की तलाश में घर को भी छोड़ना पड़ा था. श्याम डिंडौरी के छोटे से गांव पाटनगढ़ के निवासी है. भज्जू श्याम ने तमाम मुश्किलों को परास्त कर अपनी कला का पूरी दुनिया में लोहा मनवाया. उनके चाचा और प्रसिद्ध पेंटर जनगढ़ सिंह ने उन्हें चित्रकारी के लिए मदद की. लंदन से आने के बाद भज्जू ने अब तक करीब आठ किताबों का संपादन किया और सैकड़ों की संख्या में चित्र बनाए. भज्जू श्याम की किताब 'लंदन जंगल बुक' दुनिया की पांच विदेशी भाषाओं में पब्लिश हुई है. गोंड आर्ट में उन्होंने क्रिएशंस नाम की किताब भी लिखी है.

केंद्र सरकार ने 69वें गणतंत्र दिवस समारोह के एक दिन पहले 25 जनवरी को पद्म पुरस्कारों की घोषणा की थी.

सम्मान समारोह में उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके मंत्रिपरिषद के सहकर्मी तथा अन्य गणमान्य लोग कार्यक्रम में शरीक हुए.

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