News of Madhya Pradesh India
Hindi news portal of Bhopal. read regular fresh news of Bhopal, Indore, Gwalior, Jabalpur. whole state reporting with MP News Portal
21 January 2019 Updated: Jan. 22
सिधगंगा मठ शिवकुमार स्वामी का 111 की उम्र में निधन
बेंगलूरू: 111 साल की उम्र में सिद्धगंगा मठ के प्रमुख शिवकुमार स्वामी का बीमारी के चलते निधन हुआ. कर्नाटक में मंगलवार को राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया. वो बुखार और लंग्स इंफेक्शन से जूझ रहे थे, दो हफ्ते से लाइफ सपोर्ट पर थे. उनके निधन से पूरे कर्नाटक में शोक की लहर, कर्नाटक सरकार ने सभी स्कूलों, कॉलेजों और सरकारी कार्यालयों के लिए तीन दिन का राजकीय शोक और एक दिन का अवकाश घोषित किया है. शिवकुमार स्वामी के अंतिम संस्कार के लिए भारी भीड़ उमड़ी.
स्वामीजी को लिंगायत समुदाय के लोग 'जिंदा भगवान' का दर्जा देते थे. 'जिंदा भगवान' की अंतिम यात्रा में भक्तों से खचाखच भरी रही. बड़े और बच्चों का भी रो-रोकर बुरा हाल रहा. स्वामी के आखिरी सफर में भक्तो के साथ राजनीतिक हस्तिया मौजूद रही.
शिवकुमार स्वामी का जन्म 1 अप्रैल 1907 में कर्नाटक के रामनगर जिले के वीरपुरा गांव में हुआ था. उनको 2015 में पद्म भूषण सम्मान से नवाजा गया. उन्हें कर्नाटक सरकार द्वारा दिया जाने वाला सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार, प्रतिष्ठित कर्नाटक रत्न पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया. डॉ शिवकुमार स्वामी कर्नाटक के तुमकुर के 600 साल पुराने सिद्धगंगा मठ(Siddaganga Matha) के महंत थे. शिवकुमार स्वामी 12वीं शताब्दी के समाज सुधारक बासवा के अवतार माने जाते है. स्वामी का मठ राज्य में कई शिक्षण संस्थानों का संचालन करता है. उन्होंने अपने तमाम जीवन गरीबों की सेवा की है. सैकड़ों बच्चों को शिक्षा और भोजन उपलब्ध कराया है. उनका निधन देश के सामाजिक, धार्मिक, शैक्षणिक क्षेत्र के लिए भारी क्षति है. जीवनभर लोगों के हित से जुड़े कामों में लगे रहे.
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, राहुल गांधी और पीएम नरेंद्र मोदी संत शिवकुमार स्वामी का आर्शीवाद ले चुके है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई नेता उन्हें अपना गुरु मानते हैं. राज्य के तुमकुरु जिले में लिंगायत समुदाय का प्रमुख मठ सिद्धगंगा है. सबसे अधिक दबदबे वाले लिंगायत समुदाय की संख्या 18 फीसद हैं. केंद्र की राजनीति पर इस मठ का काफी प्रभाव रहा है.