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19 October 2019 Updated: Oct. 21
हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी हत्याकांड की जांच में जुटी पुलिस
लखनऊ: हिंदू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी हत्याकांड मामले में पुलिस ने रशीद की मां व अशफाक की पत्नी को भी पूछताछ के लिए बुलाया. परिवार ने कल उत्तर प्रदेश सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की थी. पत्नी ने हत्यारों को मृत्युदंड की मांग की, सीएम योगी ने न्याय का भरोसा दिया. सीएम ने कातिलो को पकड़ने का भरोसा दिया है. हत्या के मामले में शनिवार को गुजरात के सूरत से तीन षडपंत्रकारियों और बिजनौर से दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है. मुख्य साजिशकर्ता रशीद पठान, मौलाना मोहसिन शेख और मिठाई खरीदने वाले फैजान को गिरफ्तार किया गया है.
कमलेश तिवारी हत्याकांड में नागपुर एटीएस ने सैयद असीम अली को हिरासत में लिया पुलिस ने गिरफ्तार किया.
मामले में बिजनौर के दौ मौलानाओं की भी भूमिका की जांच की जा रही है. 2015 में इन दोनों मौलानाओं ने कमलेश तिवारी का सिर कलम करने वालों को डेढ़ करोड़ रुपये इनाम देने की घोषणा की थी. पुलिस अब हत्या को अंजाम देने वाली असली गुनाहगारो तक पहुँचने की कोशिश में जुटी है. कातिलों अशफाक और मेईनुद्दीन पर पर यूपी पुलिस ने ढाई-ढाई लाख का इनाम रखा, साजिशकर्ता लखनऊ लाए गए है.
कमलेश तिवारी की न्रशंस हत्या को मौलाना मोहसिन ने शरियत कानून के कत्ल ए वाजिब के सिद्धांत के तहत जायज ठहराया था. तिवारी के भडकाऊ बयान सुनाकर ही उसने रशीद के भाई मोईन व अशफाक को इसके लिए तैयार किया. अशफाक मेडिकल रिप्रजेंटेटिव का काम करता है तथा मोइन उसके साथ चंडीगढ व अन्य शहरों में घूमने जाया करता था.
मृतक कमलेश तिवारी के हत्यारे होटल के बेसमेंट के कमरा में रुके थे और खाना मंगाया था. पुलिस को लखनऊ कैसरबाग कोतवाली क्षेत्र के खालसा होटल के एक कमरे से खून से सने हुए भगवा कपड़े बैग मिले हैं. होटल घटना स्थल से ढाई से तीन किमी दूरी पर है. दिनदहाड़े कमलेश की उनके ऑफिस में हत्या की गई थी. हत्यारे मिठाई के डिब्बे में चाकू ले गए थे. बदमाशों ने कमलेश से उनके घर में ही बने ऑफिस में मुलाकात की और उनके साथ चाय भी पी, इसके बाद गला रेतकर हत्या कर दी, मिलने से पहले उन्हें कॉल भी की थी. एक आरोपी हाथपाई में घायल हो गया था जिसने उप्र बरेली में मलहम पट्टी करवाई थी.
कमलेश तिवारी ने सीतापुर में अपनी पैतृक जमीन पर गोडसे का मंदिर बनाने का ऐलान किया था. विवादित बयान देने पर रासुका भी लगा था. राम जन्मभूमि मामले में सुप्रीम कोर्ट में कुछ दिनों तक हिन्दू महासभा की तरफ से पक्षकार भी रहे थे.
संदिग्धों ने 17 अक्टूबर को इस होटल में कमरा लिया था. हत्यारों ने 18 अक्टूबर को वारदात को अंजाम देने के बाद होटल में जाकर खून से सना हुआ कुर्ता बदला था. होटल के सीसीटीवी कैमरे में कैद है आरोपियों की तस्वीरे. इन आरोपियों की पहचान मोइनुद्दीन और अशफाक के रूप में हुई है. जिनकी तलाश पुलिस छापेमारी कर रही है. वहीं होटल वालों ने संदिग्धों की पहचान गुजरात के युवकों के रूप में की है.
कमलेश तिवारी के बाद उत्तर प्रदेश के नोएडा में हिंदूवादी नेता अमित जानी को धमकी मिली, कहा- अब तुम्हारा नंबर है. अमित जानी उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती की मूर्ति तोड़कर सुर्खियों में आए थे.