Menu

News of Madhya Pradesh India

Hindi news portal of Bhopal. read regular fresh news of Bhopal, Indore, Gwalior, Jabalpur. whole state reporting with MP News Portal

23 May 2020

ज्योति 1200 किमी साइकिल सफ़र, इवांका ट्रंप हुई मुरीद

ज्योति 1200 किमी साइकिल

पटना: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बेटी इवांका ट्रंप बिहार की बहादुर लड़की ज्योति की मुरीद हुई. इवांका ट्रम्प को जब बिहार की ज्योति के बारे में पता चला तो इवांका ने अपने ट्विटर एकाउंट में ज्योति के साहस की तारीफ की. दरभंगा व बिहार की बेटी ज्योति ने 1200 किलोमीटर का सफ़र आठ दिनों में तय किया. अपने पिता को साईकल पर पीछे बैठा कर गुड़गांव से दरभंगा तक की दूरी तय की.

ज्योति पासवान ने अपनी बहादुरी और मन मे विश्वास से असंभव सा दिखने वाला काम आसानी से पूरा किया. ज्योति के इस साहस की कहानी हर और चर्चा का विषय बनी हुई है. हर कोई ज्योति के जज्बे और दृढ़ संकल्प को सलाम कर रहा है.

बिहार के दरभंगा की रहने वाली ज्योति पासवान अपने पिता मोहन पासवान के साथ लॉकडाउन की वजह से दिल्ली से सटे गुड़गांव में फंस गई थी. ज्योति के पिता गुरुग्राम में भाड़े की ई- रिक्शा चलाने का काम करते थे. कुछ महीनों पहले सड़क हादसे में उनके पिता को चोट लगने से उनकी तबियत खराब हो गई थी. इसी दौरान कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देख देशभर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉकडाउन की घोषणा कर दी. ऐसे में पिता रिक्शा नही चला पा रहे थे और उनके सामने खाने पीने और जीविका चलाने का संकट उत्पन्न हो गया. पिता और बेटी ने फिर वापिस बिहार आने की ठानी. ज्योति ने प्रधानमंत्री राहत कोष बैंक खाते में आये 1 हज़ार रुपये और कुछ अपने पैसे मिलाकर पुरानी साईकल खरीदी.

पिता-पुत्री दोनों ने साईकल से असंभव सी दिखने वाली ये साहसी यात्रा पूरी की. बीमार पिता को पीछे बिठा कर 15 साल की इस लड़की ने भूखे प्यासे पूरा दिन गुजारा. ज्योति ने रोजाना 100 से 150 किमी तक साइकिल चलाई. जिसके बाद वे दरभंगा स्थित अपने जिले के क्वारंटाइन सेन्टर में पहुँचे.

ज्योति की संघर्ष की कहानी सामने आने के बाद अब कई संगठन उसकी मदद को आगे आये है तो कईयों ने आठवी में पढ़ने वाली ज्योति को नए प्रस्ताव भी दिए है. ज्योति की पढ़ाई का जिम्मा भी एक संगठन ने अपने हाथों में ले लिया है तो वही पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने ज्योति की मदद को 1 लाख रुपये देने की घोषणा की है. इस बीच साईकल फेडरेशन ऑफ इंडिया ने ज्योति के इस साहस को देखते हुए अगले महीने साइकिलिंग के ट्रायल के लिए बुलाया है. ट्रायल में सफल होने के बाद उसे ट्रेनिंग दी जाएगी, सब कुछ ठीक रहा तो ओलंपिक्स में ज्योति भारत का नेतृत्व भी करेगी.

ज्योति को अब तक डॉ. प्रभात दास फाउंडेशन और सशस्त्र सीमा बल का दल सम्मानित कर चुका है. जिला प्रशासन ने भी ज्योति की प्रशंसा की है.

Retrieved from(websites).

comments powered by Disqus