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04 May 2020

फंसे नागरिको को वापिस लाने मप्र सरकार की योजना

मप्र नागरिक वापिसी योजना

भोपाल: देश में सोमवार से लॉकडाउन 3.0 शुरू कुछ राहत दी गई यह 17 मई तक चलेंगा. दूसरे राज्यों में फंसे हुए नागरिको, छात्रो, मजदूरो को वापिस लाने सरकार ने योजना बनाई. कुछ लोग अपनी गाड़ियों से दूसरे राज्य के लिए गए थे. वहां मजदूर, तीर्थयात्री, रिश्तेदार और छात्र भी दूसरे राज्यों में फंसे हुए है. लेकिंन लॉकडाउन की वजह से वही फंसे रह गए. देश में लॉकडाउन को तीसरी बार बढ़ा दिया गया अबकी बार सरकार ने नागरिको को कुछ जिलो में रियायते दी है.

दूसरे राज्यों में फंसे लोगों को वापिस लाने उस राज्य की सरकार के साथ बातचीत कर वहां से लौटने का इंतज़ाम किया जाएगा. दूसरे राज्य में रेड जोन में फंसे लोगों को फिलहाल आने की अनुमति नहीं होगी. एमपी के तकरीबन पचास हजार लोग बाहरी राज्यों में फंसे हुए हैं. इन लोगों ने राज्य सरकार से घर वापसी की परमिशन मांगी है. राज्य सरकार ने मजदूरों की वापसी के लिए केंद्र से 31 ट्रेन की मांग की है. प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने आज केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन से बारह सौ करोड़ रुपए का पैकेज देने की मांग की है.

राजधानी भोपाल में फिलहाल लॉकडाउन-3(Lockdown-3) में बड़ी राहत नहीं मिली. सरकारी दफ्तर में 33 फ़ीसदी कर्मचारी उपस्थिति देंगे. हालांकि शादी और अंतिम यात्रा के लिए सरकार ने राहत देने का फैसला किया है. शादी और अंतिम यात्रा में 10 लोग शामिल हो सकेंगे. कंटेनमेंट क्षेत्र के बाहर निर्माण कार्य भी शुरू हो सकेंगे. राज्य में भोपाल में कोरोना का संक्रमण इंदौर के बाद सबसे ज्यादा है. ई-कॉमर्स से जरूरी सामान मंगा सकेंगे. एमपी में भोपाल, इंदौर, जबलपुर को छोड़कर अन्य जिलो में मंगलवार से शराब व भांग बेचने गाइड लाइन जारी हुई. वही राजधानी दिल्ली में शराब दुकान खोलने के बाद लंबी-लंबी कतार लगी सोशल डिस्टेंस की धज्जिया उडी सरकार ने बंद कराई दुकाने.

गुजरात के सूरत में फंसे प्रवासी मजदूरों का सब्र जवाब दे गया पुलिस से झड़प हो गई. देखते ही देखते माहौल तनावपूर्ण हो गया और पुलिस को मजदूरों पर लाठियां भी बरसानी पड़ीं. स्थिति को नियंत्रण में लेने के लिए आंसू गैस के गोले दागे. प्रवासी मजदूर ने पुलिस पर पत्थरबाजी की. लॉकडाउन 3.0 शुरू होने के बाद इन प्रवासियों की मांग थी कि उन्हें अब अपने गाँव भेजा जाए.

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