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04 April 2021
नक्सली हमले में शहीद जवानो की संख्या 22 पहुंची
रायपुर: छत्तीसगढ़ के बीजापुर-सुकमा में नक्सली हमले में 22 जवान शहीद हुए. बीजापुर में शनिवार को जवानो और माओवादियों के बीच मुठभेड़ हुई थी. मारे गए जवानों की संख्या बढ़कर 22 तक पहुँच गई है. 31 जवान घायल हैं जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. मुठभेड़ में नक्सली भी मारे गए. शहीद जवानो के शव हेलीकाप्टर से लाए गए. वहीं एक कोबरा जवान मुठभेड़ के बाद से ही लापता है. सुरक्षा बलों के जवान अब भी इलाके में सघन तलाशी अभियान में जुटे हैं.
गृहमंत्री अमित शाह ने मुठभेड़ के बाद मौजूदा हालात की दिल्ली में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. इस बैठक में केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला, इंटेलिजेंस ब्यूरो के निदेशक अरविंद कुमार और गृह मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया. अमित शाह ने कहा, 'मैं जवानों के परिवारों को भरोसा दिलाना चाहता हूं कि उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा. उचित समय पर इसका करारा जवाब दिया'.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए ट्वीट किया कि उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा. प्रधानमंत्री ने घायल जवानों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना भी की. वहीं, सीएम भूपेश बघेल ने जवानों की शहादत पर दुख व्यक्त करते हुए उनके स्वजनों के प्रति संवेदना जताई है. मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह ने शहीदों को नमन किया.
कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने जवानो की शाहदत पर अफ़सोस जताया. राष्ट्रपति कोविंद ने भी ट्वीट कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी.
केंद्रीय रिज़र्व पुलिस फोर्स(सीआरपीएफ) के महानिदेशक कुलदीप सिंह ने कहा है कि 'ऑपरेशन में किसी तरह की इंटेलीजेंस चूक नहीं हुई है. बीजापुर मुठभेड़ में 25-30 नक्सली मारे गए हैं'.
ज्ञात हो कि शुक्रवार रात को बीजापुर और सुकमा जिले के विभिन्न कैंपों से सीआरपीएफ, कोबरा, डीआरजी व एसटीएफ के 2056 जवानों को बीजापुर और सुकमा के सरहदी जंगल में नक्सलियों की तलाश में उतारा गया था. शनिवार को जब जवान लौट रहे थे, तभी एक टुकड़ी को नक्सलियों ने टेकलगुड़ा गांव के पास एंबुश में फंसा लिया. मौके पर करीब छह घंटे तक रुक-रुककर फायरिग हुई. नक्सलियों ने यू आकार में एक किमी के दायरे में तीन जगह एंबुश लगा रखा था. एक ओर पहाड़ी से तो दूसरी ओर गांव से नक्सली फायरिग कर रहे थे. दुर्दांत नक्सली माड़वी हिड़मा का इलाका दुर्गम जंगलों से घिरा यह इलाका नक्सलियों के बटालियन नंबर वन का इलाका है. हिड़मा के इस इलाके में होने की सूचना पर जवानों को सर्च आपरेशन पर भेजा गया था, पर नक्सली जाल बिछाकर बैठे थे. घायल जवानों पर गांव में छिपे नक्सलियों ने नजदीक से गोलियां बरसाईं. नक्सली जवानों की हत्या करने के बाद उनके जूते, वर्दी, हथियार तक लूट ले गए.
इससे पहले नक्सलियों ने नारायणपुर जिले में 23 मार्च को जवानों से भरी बस को विस्फोट कर उड़ा दिया था. इसमें पांच जवान शहीद हुए थे. शनिवार को दस दिन के भीतर ही यह दूसरी बड़ी वारदात कर डाली.