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21 July 2021
सीबीएसई के प्राइवेट छात्रो की परीक्षा, 16 अगस्त से प्रारंभ
नई दिल्ली: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड(सीबीएसई) की बड़ी घोषणा 16 अगस्त से निजी छात्रों की बोर्ड परीक्षाएं होंगी. सीबीएसई ने प्राइवेट मोड में पंजीकृत 10वीं और 12वीं के छात्रों की परीक्षाएं आयोजित कराने की तैयारियां शुरू कर दी हैं. इसके तहत बोर्ड प्राइवेट छात्रों की बोर्ड परीक्षाएं 16 अगस्त से 15 सितंबर के बीच आयोजित करेगा. प्राइवेट छात्रों का अकादमिक डाटा न होने के कारण कोर्ट के फार्मूले से परिणाम नहीं तैयार किया जा सकता. इसे देखते हुए सीबीएसई ने प्राइवेट छात्रों के लिए परीक्षाओं की तारीख का ऐलान बुधवार को कर दिया है.
इस संबंध में सीबीएसई जल्द ही अधिसूचना जारी करेगा. सीबीएसई ने कहा है कि प्राइवेट छात्रों के भविष्य और उच्च शिक्षण संस्थानों में दाखिला को देखते हुए जल्द परिणाम जारी किया जाएगा. सीबीएसई ने कहा, यूजीसी और सीबीएसई सभी छात्रों के हितों को देख रहे हैं और यूजीसी इन छात्रों के परिणाम के आधार पर विश्वविद्यालयों के प्रवेश कार्यक्रम को चरणबद्ध करेगा जैसा कि यूजीसी द्वारा 2020 में किया गया था.
प्राइवेट(निजी) छात्र वे हैं, जो बीते वर्ष नियमित थे, लेकिन परीक्षा में फेल हो गए और सुधार के लिए परीक्षा दे रहे हैं. वहीं दिल्ली पत्राचार बोर्ड से परीक्षा देने वाले छात्रों की गणना भी प्राइवेट छात्रों के तौर पर होती है. प्राइवेट छात्रों के मुद्दे को सुप्रीम कोर्ट के समक्ष रखा गया था. उसके बाद सहमति बनी है कि प्राइवेट छात्रों के परिणाम तैयार करने के लिए परीक्षा आयोजित की जाएगी. जिस पर सभी याचिकाकर्ताओं ने सहमति जताई है.
नियमित छात्र, जो सीबीएसई से संबद्ध स्कूलों में पढ़ रहे हैं और पहली बार 10वीं या 12वीं कक्षा की परीक्षा दे रहे हैं. नियमित छात्रों के मामले में, स्कूलों के पास वर्तमान वर्ष के दौरान स्कूलों द्वारा किए गए मूल्यांकन का रिकॉर्ड है. इसलिए उनका परिणाम भारत के सर्वोच्च न्यायालय द्वारा अनुमोदित मूल्यांकन नीति के आधार पर घोषित किया जाना है. नियमित छात्रों के मामले में, स्कूलों ने एक यूनिट टेस्ट, मिड-टर्म और प्री-बोर्ड परीक्षा आयोजित की है और इनके आधार पर छात्रों के प्रदर्शन का मूल्यांकन होगा.
गौरतलब है कि कोरोना के मद्देनजर केंद्र सरकार ने 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं रद्द कर दी थीं. इसके बाद बोर्ड परीक्षार्थियों का परिणाम तैयार करने के लिए सीबीएसई ने सुप्रीम कोर्ट की मंजूरी से फार्मूला तैयार किया था.