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20 April 2022
जहांगीरपुरी हिंसा बाद क्षेत्र से अतिक्रमण हटाने चला बुलडोजर
नई दिल्ली: जहांगीरपुरी हिंसा मामले के बाद प्रशासन ने क्षेत्र से अवैध अतिक्रमण हटाने बुलडोजर चलाया. भारत की सर्वोच्च अदालत के हस्तक्षेप के बाद बावजूद बुलडोज़र चला. हालाँकि बाद में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई को स्थगित कर दिया गया. जहांगीरपुरी इलाके में फैले अतिक्रमण को हटाने प्रक्रिया चल रही थी.
सुप्रीम कोर्ट के दो न्यायाधीशों की पीठ गुरुवार सुबह इस मामले में सुनवाई करेगी. जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है जिस पर न्यायाधीश एल नागेश्वर राव की अध्यक्षता वाली पीठ विचार करेगी. चीफ़ जस्टिस एनवी रमन्ना की अगुवाई वाली सुप्रीम कोर्ट की तीन जजों की बेंच ने जहांगीरपुरी में यथास्थिति बनाए रखने का आदेश दिया. सीपीआईएम नेता वृंदा करात अवैध निर्माण हटाने की कार्रवाई को रोकने के लिए जहांगीपुरी पहुंची थी.
इलाके में शनिवार के बाद से ही भारी संख्या में सुरक्षाकर्मी मौजूद थे, बुधवार सुबह धीरे-धीरे इस क्षेत्र में बुलडोज़र पहुंचना शुरू हो गए. अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू करने से पहले दिल्ली पुलिस के स्पेशल कमिश्नर(लॉ एंड ऑर्डर) दीपेंद्र पाठक ने पूरे इलाके का जायज़ा लिया.
दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाक़े में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई को लेकर राजनीतिक दल एक-दूसरे पर आरोप लगाते नज़र आ रहे हैं. कोई दंगाइयों को संरक्षण देने का आरोप लगा रहा है तो कोई बांग्लादेशियों और रोहिंग्याओं को बसाने का आरोप लगा रहा है. बीजेपी और आम आदमी पार्टी ने एक दूसरे पर आरोप लगाया. एआईएमएआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने इस घटना की तुलना 1976 की तुर्कमान गेट की घटना से की. उस समय कांग्रेस सत्ता में थी और देश में आपातकाल लगा था. समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने भी जहांगीरपुऋ में अतिक्रमण के ख़िलाफ़ कार्रवाई पर टिप्पणी की है. दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने हनुमान जयंती शोभायात्रा के दिन हुई हिंसा के लिए बीजेपी को ज़िम्मेदार ठहराया है.
बंगाल से जुड़े जहांगीरपुरी हिंसा के तार, पूर्व मेदिनीपुर में जांच कर रही दिल्ली क्राइम ब्रांच की टीम. दिल्ली के जहांगीरपुरी में हनुमान जयंती पर निकाली गयी शोभायात्रा के दौरान हुई हिंसा के मामले में गिरफ्तार आरोपियों में से 7 पश्चिम बंगाल के हैं. उनमें चार आरोपी पूर्व मेदिनीपुर जिला के हैं. उनके नाम मोहम्मद अंसार, शेख असलम, शेख दिलशाद और शेख जाकिर हैं.