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06 February 2022
सुर कोकिला लता मंगेशकर का बीमारी के चलते निधन
इंदौर: स्वर कोकिला के नाम से प्रख्यात लता मंगेशकर(Lata Mangeshkar) रविवार को पंचतत्व में विलीन हुई. 92 वर्षीय भारत रत्न लता मंगेशकर का राजकीय सम्मान के साथ मुंबई के शिवाजी पार्क में अंतिम संस्कार किया गया. भाई और भतीजे ने मुखाग्नि दी. वह पिछले 29 दिनों से मुंबई के अस्पताल में भर्ती थीं, कोरोना और निमोनिया से जंग लड़ रही थी. कोरोना वायरस(Coronavirus) से संक्रमित थी. Lata Mangeshkar के निधन की खबर से पूरे देश में शोक की लहर है.
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 2 दिन के राष्ट्रीय शोक(National Mourning) की घोषणा की. 6 फरवरी और 7 फरवरी, 2022 को राष्ट्रीय शोक मनाया जाएगा. पूरे देश में इस दौरान देश का तिरंगा झंडा झुका रहेगा. महाराष्ट्र सरकार ने लताजी के सम्मान में सोमवार की सार्वजनिक छुट्टी और तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया है. पश्चिम बंगाल सरकार ने सोमवार को आधे दिन की छुट्टी घोषित कर दी है.
80 साल तक संगीत की दुनिया में सक्रिय रही, लता मंगेशकर का जन्म 28 सितंबर 1929 को मध्य प्रदेश के इंदौर में हुआ था. 13 साल की छोटी उम्र में 1942 से उन्होंने गाना शुरू कर दिया था. लताजी के पिता पं. दीनानाथ मंगेशकर संगीत की दुनिया और मराठी रंगमंच के बड़े नाम थे. उन्होंने ही लताजी को संगीत की शिक्षा दी थी. पांच भाई-बहनों में सबसे बड़ी लताजी की तीन बहनें आशा भोसले, उषा मंगेशकर, मीना मंगेशकर और भाई हृदयनाथ मंगेशकर हैं.
उनके निधन से तानपुरे से सितार तक और बांसुरी से शहनाई तक सब बेसुरे हैं. तबला, पखावज, ढोल मृदंग, सब बेताल हो रहे. तिरंगे तक ने सिर नवा दिया. उन्होंने 36 भाषाओं में 50 हजार गाने गाए, जो किसी के लिए एक रिकॉर्ड है. करीब 1000 से ज्यादा फिल्मों में उन्होंने अपनी आवाज दी. 1960 से 2000 तक दौर था, जब लता की आवाज के बिना फिल्में अधूरी मानी जाती थीं. 2000 के बाद से उन्होंने फिल्मों में गाना कम कर दिया था. आखिरी गाना 2015 में आई फिल्म डुन्नो वाय में था. वे अविवाहित थी. 2001 में भारत रत्न मिला था इससे पहले पद्म विभूषण, पद्म भूषण और दादा साहेब फाल्के सम्मान समेत कई सम्मान मिल चुके थे. लता मंगेशकर कारों की शौकीन थीं, अपने पीछे अरबों की संपत्ति छोड़ गईं.
लताजी के अंतिम संस्कार के बाद बड़ी संख्या में आम लोगों ने उनकी चिता को प्रणाम किया. पीएम नरेंद्र भाई ने लता दीदी को प्रणाम किया पुष्प चक्र अर्पित किया. बाकी लोग दूर से, घरों से, अपने-अपने शहरों से और जिसे जहां जगह मिली वही से अपने तरीके से अंतिम प्रणाम करते गए. लता जी के निधन पर शोक में टीम इंडिया काली पट्टी बांधकर मैदान पर उतरे खिलाड़ी. मैच के दौरान तिरंगा आधा झुका रहेगा. पाकिस्तान और नेपाल में शोक. पाकिस्तान पीएम इमरान खान ने शोक जताया उनके मंत्री ने कहा- लता सुरों की रानी थीं, उनके जैसा कोई नहीं.