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16 January 2022

कोरोना वैक्सीनेशन वर्षगांठ, स्वास्थ्य मंत्री डाक टिकिट जारी

वैक्सीनेशन वर्षगांठ डाक टिकिट

नई दिल्ली: देश में कोरोना टीकाकरण का रविवार को एक साल पूर्ण हुआ. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने एक विशेष डाक टिकट जारी किया. वर्चुअल कार्यक्रम में डाक टिकट जारी किया. इस अभियान पर संदेह व्यक्त करने वालो पर निशाना साधा. देश में कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान 16 जनवरी से शुरू हुआ था. इसकी पहली वर्षगांठ मनाई जा रही है. अब तक 1,68,19,744 सत्रों में चले अभियान के तहत 156.76 करोड़ से अधिक वैक्सीन खुराक दी जा चुकी हैं.

एक चित्रमय रिप्रेजेंटेशन भी साझा किया. भारत का टीकाकरण अभियान कैसे शुरू हुआ और कैसे 1 वर्ष में 156 करोड़ से अधिक लोगों को टीके लगाने में देश कामयाब रहा.

16 जनवरी 2021 देश में हेल्थ और फ्रंटलाइन वर्कर के कोविड-19 वैक्सीनेशन के साथ इस अभियान की शुरुआत हुई. भारत के वैक्सीनेशन अभियान में दो वैक्सीन सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की कोविशील्ड और भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को शामिल किया गया. इस अभियान को वरिष्ठ नागरिकों तक विस्तारित किया गया और अंत में 18 वर्ष से ऊपर उम्र के सभी लोगों को टीका लगाना सुनिश्चित किया गया. स्वास्थ्य कर्मियों, अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं और 60 साल से अधिक उम्र के व्यक्तियों को एहतियाती खुराक देने का अभियान इस महीने 10 जनवरी को शुरू हुआ था.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि आज हमारे लिए एक महत्वपूर्ण दिन है क्योंकि हमने टीकाकरण अभियान का एक साल पूरा कर लिया है. भारत के टीकाकरण अभियान को दुनिया में सबसे सफल करार दिया. पीएम नरेंद्र मोदीजी के सबका प्रयास के मंत्र के साथ, भारत कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में दुनिया में एक उदाहरण के रूप में उभरा है. आईसीएमआर और भारत बायोटेक द्वारा संयुक्त रूप से विकसित स्वदेशी कोवैक्सीन पर एक डाक टिकट जारी किया गया है,

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस अवसर पर इस अभियान से जुड़े हर व्यक्ति को धन्यवाद कहा. उन्होंने एक ट्वीट में लिखा, जब यह वैश्विक महामारी पहली बार आई थी, तब वायरस के बारे में ज्यादा नहीं पता था. हालांकि, हमारे वैज्ञानिकों ने टीके विकसित करने के लिए खुद को झोंक दिया.

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