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09 September 2022
कोहिनूर हीरा भारत लाने मांग, महारानी एलिजाबेथ का निधन
नई दिल्ली: कोहिनूर हीरा को वापस लाने की मांग फिर से उठी. ब्रिटेन की महारानी क्वीन एलिजाबेथ के निधन के बाद भारत लाने की मांग सोशल मीडिया साइट्स पर की गई. भारत सरकार कई बार कोहिनूर को वापस करने की मांग करती रही है. महारानी के बेटे प्रिंस चार्ल्स के राजगद्दी संभालने के साथ ही 105 कैरेट का हीरा उनकी पत्नी डचेस कॉर्नवॉल कैमिला के पास जाएगा. महारानी एलिजाबेथ के निधन पर भारत सरकार ने 11 सितंबर को राजकीय शोक घोषित किया है.
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने कुछ साल पहले एक आरटीआई के जवाब में कहा था कि करीब 170 साल पहले लाहौर के महाराजा ने इंग्लैंड की महारानी के सामने झुकते हुए कोहिनूर हीरा उनके सुपुर्द कर दिया था. कोहिनूर एक बड़ा, बेरंग हीरा है जो 14वीं सदी की शुरुआत में दक्षिण भारत में मिला था. सबसे पहले यह हीरा 13वीं सदी में आंध्र प्रदेश के गुंटूर के पास मिला था. कुछ जानकारों का कहना है कि नादिर शाह ने हीरे को कोहिनूर नाम दिया था. औपनिवेशिक कालखंड में यह ब्रिटेन के हाथ लग गया था और अब ऐतिहासिक स्वामित्व विवाद का विषय बना हुआ है जिस पर भारत समेत कम से कम 4 देश दावा करते हैं.
उच्चतम न्यायालय में भारत सरकार का रुख था कि करीब 20 करोड़ डॉलर कीमत वाला यह हीरा ना तो चुराया गया और ना ही अंग्रेज शासक इसे जबरन ले गये, बल्कि पंजाब के पूर्ववर्ती शासकों ने इसे ईस्ट इंडिया कंपनी को दिया था. कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने 'ऐन एरा ऑफ डार्कनेस' किताब में लिखा है कि कोहिनूर को एक समय दुनिया का सबसे बड़ा हीरा होने का दावा किया गया था जिसका वजन 158.6 ग्राम था.
ब्रिटेन(Britain) की महारानी Queen Elizabeth II की मौत के बाद दुनियाभर में दुख की लहर देखी जा रही है. जहां एक तरफ पूरा विश्व उन्हें श्रद्धांजलि दे रहा है वहीं दूसरी तरफ सोशल मीडिया पर कोहिनूर(Kohinoor) ट्रेंड कर रहा है. Queen के जाने के बाद कोहिनूर को वापिस भारत लाने की मांग की जा रही है.
कोहिनूर हीरा, किंग जॉर्ज VI के 1937 के राज्याभिषेक के लिए क्वीन एलिजाबेथ(जिसे बाद में क्वीन मदर के रूप में जाना जाता है) के लिए बनाए गए प्लेटिनम के मुकुट में स्थापित किया गया. तब से यह उसी राजमुकुट में है. इसे टॉवर ऑफ लंदन में डिस्प्ले पर रखा गया है.