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03 July 2023
गुरु पूर्णिमा पर उज्जैन में महालोक एक्सप्रेस बस सेवा शुरू
उज्जैन: बाबा महाकाल की नगरी में श्रावण माह की विशेष तैयारी. इस बार अधिकमास होने की वजह से सावन 59 दिन का होगा. सावन में लाखों भक्त देश-विदेश से यहां आते हैं. इसके साथ ही उज्जैन में धार्मिक स्थलों के दर्शन के लिए गुरुपूर्णिमा पर यानि आज महाकाल लोक एक्सप्रेस नाम से 4 बसें शुरू की गई हैं. इनका किराया 100 रुपए से कम होंगा. उज्जैन के प्रमुख धार्मिक एवं लोक सांस्कृतिक महत्व के स्थलों का भ्रमण कराने बस सेवा शुरू की गई है. मंदिर समिति ने इस बार व्यापक व्यवस्था की है.
सावन माह में महाकाल मंदिर में 5 आरती होंगी. मंदिर के पट अलसुबह 2.30 बजे खोल दिए जाएंगे. सबसे पहले बाबा महाकाल का सभी पंडे-पुजारी नियमानुसार जल चढ़ाकर दूध, घी, शहद, शक्कर और दही से पंचामृत अभिषेक करेंगे. इसके बाद बाबा का भांग से श्रृंगार कर भस्म चढ़ाई जाएगी. करीब 1 घण्टे भस्म आरती के बाद बाबा का चंदन, फल, और वस्त्र से विशेष श्रृंगार किया जाएगा. इस बार श्रद्धालुओं के लिए चलित भस्म आरती से दर्शन की व्यवस्था की गई है. 4 जुलाई से 11 सितंबर तक 70 दिन के लिए भक्तों का गर्भगृह में प्रवेश बंद रहेगा. भक्तों के लिए बाबा के दर्शन की विशेष व्यवस्था की जाएगी.
शुरू हुई बसें गढ़कालिका, सांदीपनि आश्रम, काल भैरव मंदिर, हरसिद्धि माता मंदिर, महाकाल लोक इत्यादि प्रमुख धार्मिक स्थलों का दर्शन कराएंगी. बस में गाइड की सुविधा भी मिलेगी. गाइड प्रत्येक धर्म स्थल का महत्व बताएगा. मंदिरों के इतिहास के बारे में जानकारी देगा. इंदौर से भक्तो के लिए भस्मा आरती एक्सप्रेस बस चलेंगी. ये बसें रात 2 बजे इंदौर से चलकर 3 बजे उज्जैन आएंगी. महाकाल मंदिर परिक्षेत्र से अवैध खुली मांस की दुकानें हटाने का निर्णय लिया गया है.
श्रावण माह के 8 सोमवार और भादौ महीने के 2 सोमवार को बाबा महाकाल राजसी ठाट-बाट से राजा स्वरूप में भक्तों का हाल जानने के लिए शहर में निकलेंगे. सावन माह में रोजाना खास पंचामृत, पूजन, शृंगार किया जाता है. इसमें भांग चंदन, मावा, ड्रायफ्रूट, फूल, आभूषण से दिव्य शृंगार किया जाएगा. सावन माह में महाकाल को बेलपत्र और जल चढ़ाने का अपना महत्व है. कुछ भक्त 1 से लेकर 1 लाख तक बेल पत्र तक चढ़ाते हैं.