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08 May 2023
मणिपुर हिंसा 60 मौत, मप्र के छात्र कल होंगे एयरलिफ्ट
इंफाल: मणिपुर हिंसा में मध्यप्रदेश के फंसे छात्र कल एयरलिफ्ट होंगे. छात्रो के परिजनों ने सीएम शिवराज सिंह सरकार से गुहार लगाईं. मध्य प्रदेश सरकार द्वारा फिलहाल कुल 50 छात्र एवं लोगो की वापस लाने की व्यवस्था की गई है. इस प्रक्रिया के अंतर्गत सबसे पहले छात्रों एवं लोगो को एलायंस एयरलाइन के माध्यम से कल दोपहर बाद इंफाल से गुवाहाटी लाया जाएगा. मणिपुर हिंसा पर SC ने केंद्र से स्थिति की रिपोर्ट मांगी. सुबह कुछ घंटों के लिए कर्फ्यू में ढील दी गई. मणिपुर हिंसा में अब तक 60 लोगों की मौत और 231 घायल, 1700 घर जलकर खाक हो गए है.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की तत्परता और संवेदनशीलता के चलते मध्यप्रदेश के छात्र जो मणिपुर में अध्ययनरत है एवं मध्यप्रदेश निवासी जो मणिपुर से वापस आना चाहते है उन्हें वापस लाने की प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है. मामला सामने आने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिए है और संबंधित अधिकारियों ने प्रदेश के छात्रों एवं लोगो से संपर्क कर उन्हे वापस लाने संबंधी जानकारी दी और आवश्यक प्रक्रियायें पूरी की गई. समस्त छात्रों एवं लोगो के रूकने एवं खाने की समुचित व्यवस्था मध्यप्रदेश भवन नई दिल्ली में की गई है. दिल्ली से सभी छात्रों एवं लोगो को उनके शहर के निकटतम एयरपोर्ट इंदौर एवं भोपाल के लिए नियमित उड़ानों से वापस लाया जाएगा. छात्रो के परिजनों एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से छात्रों को रेस्क्यू कराने की मांग की है.
मणिपुर से छात्रों की निकासी का सिलसिला जारी है. मणिपुर से सिक्किम के 128 छात्रों को सोमवार को वापस लाया गया. वहीं, राजस्थान सरकार द्वारा मणिपुर में फंसे छात्रों के लाने के लिए इंडिगो एयरलाइन्स के माध्यम से 2 विशेष उड़ानों की व्यवस्था की गई है. आज सुबह पहली फ्लाइट में 36 और दूसरी फ्लाइट में 46 (कुल 82) छात्र इंफाल से कोलकाता के लिए रवाना हुए. हिमाचल प्रदेश के छात्र-छात्राओं की सुरक्षा को लेकर प्रशासन ने एडवाइजरी जारी की है.
पिछले कुछ दिनों से जातीय हिंसा से प्रभावित विभिन्न क्षेत्रों में सेना और असम राइफल्स के जवानों ने फ्लैग मार्च किया. बुधवार को हिंसा भड़कने के बाद मणिपुर में सेना की 100 से अधिक कॉलम को तैनात किया गया. असम राइफल्स, अर्धसैनिक बल और राज्य पुलिस के लगभग 10,000 सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं.
गौरतलब है कि मणिपुर में बहुसंख्यक मेइती समुदाय की ओर से उसे अनुसूचित जनजाति (ST) का दर्जा दिए जाने की मांग का विरोध हो रहा है. इसे लेकर ऑल ट्राइबल स्टूडेंट यूनियन मणिपुर की ओर से बुधवार को आयोजित आदिवासी एकजुटता मार्च के दौरान चुराचांदपुर जिले के तोरबंग क्षेत्र में हिंसा भड़क गई थी, जो रातोंरात पूरे राज्य में फैल गई थी. पिछले कुछ दिनों से जारी जातीय हिंसा और अराजकता के कारण प्रभावित क्षेत्रों में फंसे करीब 23,000 लोगों को अभी तक निकाला गया है और इन्हें सैन्य छावनियों में भेजा गया है.