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07 October 2023
जीएसटी बैठक में मिलेट के आटा पर 13% कटौती का फैसला
नई दिल्ली: 52वें जीएसटी काउंसिल की बैठक शनिवार को आयोजित की गई. मिलेट के आटा वाले प्रोडक्ट पर जीएसटी में 13 फीसद की कटौती का निर्णय लिया गया. फैसले के मुताबिक अगर किसी आटे में 70 फीसद मिलेट का आटा मिला हुआ है तो प्री पैकेज्ड और लेबेल्ड प्रोडक्ट पर 5 प्रतिशत जीएसटी लगेगा. इस कटौती की घोषणा खुद केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने किया. सरकार का यह फैसला ऐसे वक्त में आया है जब देश में कई राज्यों में विधानसभा चुनाव हैं और अगले साल आम चुनाव भी है. सरकार के इस फैसले से मोटे अनाज की खेती को बढ़ावा मिलेगा और किसानों की कमाई बढ़ेगी. भारत ईयर ऑफ मिलेट्स मना रहा है.
अगर आटा खुले में (बिना ब्रांडेड प्रोडक्ट) बेचा जाए तो उस पर कोई जीएसटी नहीं लगेगा. इस फैसले को बड़ा माना जा रहा है क्योंकि इससे मिलेट के प्रोडक्ट को बढ़ावा मिलेगा और किसान भी इसकी खेती के लिए आगे आएंगे.
मिलेट्स यानी कि श्री अन्न पर केंद्र सरकार के साथ राज्य सरकारों का बहुत ध्यान है. इसे देखते हुए मोटे अनाजों की खेती और उसकी सरकारी खरीद पर फोकस किया जा रहा है. इस साल को अंतरराष्ट्रीय मिलेट ईयर भी घोषित किया गया है ताकि लोगों को इसके प्रति जागरूक किया जा सके. देश में मिलेट्स की खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है. मोटे अनाजों के आटा से बनने वाले खाद्य पदार्थों पर जीएसटी को 18 परसेंट से घटाकर 5 परसेंट कर दिया गया है. इस तरह टैक्स में सीधे 13 फीसद की कटौती की गई है.
52वें जीएसटी काउंसिल की बैठक के दौरान सीतारमण ने कहा कि जीएसटी काउंसिल ने एक सुर में यह फैसला लिया है कि जिस आटे में 70 फीसद मिलेट मिला होगा, उसके ब्रांडेड प्रोडक्ट पर 5 फीसद जीएसटी लगेगा. पहले यही दर 18 प्रतिशत हुआ करती थी. इस तरह सीधा 13 परसेंट की कमी की गई है. G-20 बैठक में मिलेट्स से बने व्यंजन परोसे गए थे. मिलेट्स से बने प्रोडक्ट्स खाने में तो स्वादिष्ट होते ही हैं, इसके साथ ही ये बैड कोलेस्ट्रॉल और डायबिटीज कंट्रोल करते है.
गौरतलब है कि जीएसटी काउंसिल की फिटमेंट कमेटी ने बाजरा पाउडर पर छूट की सिफारिश की थी. मिलेट्स में मोटे और छोटे दोनों वाले अनाज शामिल होते हैं. प्रमुख मोटे अनाजों में ज्वार, बाजरा और रागी का नाम आता है, तो वहीं छोटे अनाजों में कुटकी, कांगनी, कोदो और सांवा शामिल हैं. ये सभी कैल्शियम, आयरन, फाइबर समेत ढेरों पोषक तत्वों के बढ़िया सोर्स हैं. सर्दियों से पहले सरकार ने इन मोटे अनाज को लेकर बड़ा तोहफा दिया है.