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20 April 2016

गृहमंत्री ने लांच किया मासूम मोबाइल एप

गृहमंत्री लांच मोबाइल एप

भोपाल: गृह एवं जेल मंत्री बाबूलाल गौर ने बुधवार को मासूम मिलाप मोबाइल एप लांच किया. इस मोबाइल एप का स्क्रीन टच कर शुरू किया गया. इसे जीआरपी के साथ सी.आई.आई. के यंग इण्डियन्स भोपाल चेप्टर ने बनाया है.यह एप एक एण्ड्रायड मोबाइल एप है. इसके द्वारा गुमने और मिलने वाले बच्चे की पूरी जानकारी अपलोड होने से खोये को पाने में मदद मिलेगी. इसका पहली बार उपयोग सिंहस्थ में किया जा रहा है. इस मोबाईल एप में गुम बच्चों की पूरी जानकारी मिल सकेगी. जिसमें रंग, उम्र, कपड़े समेत परिजनों और निवास स्थान की जानकारी शामिल रहेगी. इस एप को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है. ऐप की खासियत है कि इंटरनेट नहीं चलने पर भी आप खोए और मिले बच्चों की जानकारी देख पाएंगे.

गृह एवं जेल मंत्री बाबूलाल गौर ने कहा कि 'मासूम मिलाप' मोबाइल एप रेलवे पुलिस को सिंहस्थ के दौरान गतिशील ढंग से ड्यूटी करने में मददगार रहेगा. ए.डी.जी. रेल श्रीमती अनुराधा शंकर सिंह की पहल पर सिंहस्थ 2016 में रेलवे स्टेशन, ट्रेनों, रेल परिक्षेत्र में गुम व मिलने वाले बच्चों का डाटा-बेस तैयार करने के सिलसिले की अंतिम कड़ी के रूप में मासूम मिलाप एप अस्तित्व में आया. यह एप सिंहस्थ में बिछड़ने की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए तैयार किया गया है.

उज्जैन में चल रहा सिंहस्थ मेला टेक्नोलॉजी को लेकर काफी हाईटेक है. मोबाइल एप के जरिए प्रशासन ने श्रद्धालुओं के लिए काफी सुविधाएं उपलब्ध करा दी हैं. जैसे गुंडा तत्वों से बचाव के लिए इमरजेंसी बटन का उपयोग. पुलिस मोबाइल लोकेशन के सहारे आपके पास तुरंत पहुंच जाएगी. बस या ट्रेन की जानकारी यह सब आपको मोबाइल एप बता देगा. एप लोगों को कुंभ की शाही स्नान तारीख, ठहरने, होटल, लॉज, धार्मिक स्थलों, मौसम, आपातकालीन सेवा, रास्ते, चिकित्सा सुविधा, डॉक्टर, दवा की उपलब्धता आदि से जुड़ी जानकारियां मुहैया कराते हैं.

सिंहस्थ मेला क्षेत्र में बिजली के करीब आठ हजार पोल लगाए गए हैं. इसमें सभी को यूनिक नंबर दिया गया है. ये जीआईएस मैपिंग पर रहेंगे. श्रद्धालुओं के लिए बैंक एक्जीक्यूटिव के साथ ही एटीएम सुविधा भी उपलब्ध है. मेला क्षेत्र में प्रत्येक श्रद्धालु का दुर्घटना बीमा दो लाख, सेवा देने वाले शासकीय कर्मचारियों का पांच लाख रुपए का दुर्घटना बीमा करवाया गया है. सहायता के लिए टोल फ्री नंबर 1100 चालू किया हैं. सिंहस्थ को प्रदूषण मुक्त बनाने ई-रिक्शा का संचालन और पहली बार महिलाओं को ई-रिक्शा चालन की ट्रेनिंग दी गई है.

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