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21 January 2016

प्रसिद्ध नृत्यांगना मृणालिनी साराभाई का निधन

नृत्यांगना मृणालिनी साराभाई निधन

अहमदाबाद: पद्मभूषण से सम्मानित प्रख्यात नृत्यांगना मृणालिनी साराभाई का निधन हुआ. 97 वर्षीय मृणालिनी साराभाई ने गुरुवार को अहमदाबाद के एक अस्पताल में अंतिम साँस ली. 'अम्मा' के नाम से मशहूर मृणालिनी साराभाई को बीमारी के कारण बुधवार को शहर के एक अस्पताल में दाखिल कराया गया था. साराभाई का जन्म 11 मई, 1918 को हुआ था. नृत्यांगना का विवाह भारतीय अंतरिक्ष विज्ञान कार्यक्रम के अग्रणी वैज्ञानिक डॉ. विक्रम साराभाई से हुआ था. वे एक मशहूर शास्त्रीय नर्तक, नृत्य निर्देशक और प्रशिक्षक थी.

मृणालिनी साराभाई के बेटे और वैज्ञानिक कार्तिकेय साराभाई ने कहा, 'वह संक्रमण से पीड़ित थीं, जिसके कारण उनके स्वास्थ्य में गिरावट आती गई'. उनकी बेटी मल्लिका साराभाई भी एक प्रख्यात नृत्यांगना हैं. मृणालिनी की बड़ी बहन लक्ष्मी सहगल एक स्वतंत्रता सेनानी थीं और वह सुभाष चंद्र बोष के आजाद हिंद फौज की महिला सेना झांसी रेजीमेंट की कमांडर इन चीफ थीं. उनके पति वैज्ञानिक डॉ. विक्रम साराभाई है.

नृत्य, संगीत और नाटक के प्रशिक्षण संस्थान 'दर्पण अकादमी' की संस्थापक और निदेशक मृणालिनी साराभाई ने 18,000 से भी अधिक छात्रों को भरतनाट्यम और कथकली में प्रशिक्षण दिया था. अब दर्पणा एकेडमी का कार्यभार मृणालिनी साराभाई की बेटी मल्लिका साराभाई के कंधो पर है. दिग्गज नृत्यांगना को कला के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए कई विशिष्ट पुरस्कारों से सम्मानित किया गया था.

मृणालिनी को भारत सरकार की ओर से देश के नागरिक सम्मान पद्मभूषण और पद्मश्री से सम्मानित किया गया था. यूनिवर्सिटी ऑफ ईस्ट एंगलिया, नॉविच यूके ने भी उन्हें डॉक्टरेट की उपाधि दी थी. इंटरनेशनल डांस काउंसिल पेरिस की ओर से उन्हें एग्जीक्यूटिव कमेटी के लिए भी नामित किया गया था.

मृणालिनी साराभाई जन्‍म केरल में हुआ था. मृणालिनी साराभाई ने अपना बचपन स्विट्जरलैंड में बिताया था. यहां डेलक्रूज स्‍कूल से उन्‍होंने पश्चिमी तकनीक से नृत्‍य कलाएं सीखीं. उन्‍होंने शांति निकेतन से भी शिक्षा प्राप्‍त की. उन्‍होंने भारत लौटकर जानीमानी नृत्‍यांगना मीनाक्षी सुंदरम पिल्लई से भरतनाट्यम का प्रशिक्षण लिया था और फिर दक्षिण भारतीय शास्त्रीय नृत्य और पौराणिक गुरु थाकाज़ी कुंचू कुरुप से कथकली के शास्त्रीय नृत्य-नाटक में प्रशिक्षण लिया था.

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