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15 April 2018

विष्णु सदाशिव कोकजे चुने गए वीएचपी के नए अध्यक्ष

सदाशिव बने वीएचपी नए अध्यक्ष

धार/गुरुग्राम: विश्व हिंदू परिषद के चुनाव शनिवार को गुरुग्राम में संपन्न हुए. वीएचपी के इतिहास में शायद पहली बार है जब इस पद के लिए वोट डाले गए. पूर्व जस्टिस विष्णु सदाशिव कोकजे को वीएचपी का अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया. कोकजे ने प्रवीण तोगड़िया की जगह आलोक कुमार को वीएचपी का नया कार्यकारी अध्यक्ष मनोनीत किया है. चुने गए पूर्व जस्टिस विष्णु सदाशिव कोकजे को आरएसएस और मोदी की पसंद बताया जा रहा है. वही तोगड़िया गुट के समर्थक उम्मीदवार राघव रेड्डी चुनाव हार गए है.

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ तोगड़िया के हाल के बयानों से बेहद नाराज़ था. तोगड़िया पीएम नरेंद्र मोदी के विरोधी हैं. पिछले काफी समय से प्रवीण तोगड़िया और मोदी सरकार के बीच तनातनी चल रही थी. तोगड़िया अयोध्या में राम मंदिर बनने में हो रही देरी को लेकर मौजूदा बीजेपी सरकार को जरूर कोसते रहे हैं.

चुनाव के बाद विश्व हिंदू परिषद बयान जारी किया है, जिसमें कहा गया है, आज 14 अप्रैल, 2018 को गुरुग्राम में विश्व हिंदू परिषद के चुनाव संपन्न हुए. इसमें सभी मतदाताओं ने अंबेडकर जयंती पर बाबासाहब डॉ. अंबेडकर को पुष्पाजलि करते हुए मतदान किया. सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति विष्णु सदाशिव कोकजे भारी मतों से विजयी घोषित हुए. 3 बूथों पर लगभग 192 मतदाताओं के नाम सूची में शामिल थे. राघव रेड्डी को सिर्फ 60 वोट मिले जबकि जस्टिस सदाशिव को 131 वोट मिले. पिछले दो बार से अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर चुने जा रहे राघव रेड्डी ने अंतराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष पद की कुर्सी पर प्रवीण तोगड़िया को नियुक्त किया था. अब राघव रेड्डी की हार के साथ ही प्रवीण तोगड़िया के युग का भी अंत हो गया है.

अपने गुट की हार के बाद प्रवीण तोगड़िया ने कहा सत्य और धर्म को दबाया गया है. जो व्यक्ति संवैधानिक पद पर रह चुका है, वह कैसे धार्मिक-सामाजिक संगठन में पद के लिए सामने आ सकता है. उन्होंने हिंदुत्व के लिए कुछ नहीं किया है, बावजूद इसके वह इस पद के लिए चुने गए हैं.

कोकजे का जन्म 6 सितंबर 1939 को मध्य प्रदेश के धार जिले में हुआ था. इंदौर से एलएलबी करने के बाद 1964 में उन्होंने लॉ की प्रैक्टिस शुरू की. वे मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के जज, राजस्थान हाई कोर्ट के भी जज रह चुके है. 2003 से 2008 तक हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल रहे.

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