Menu

News of Madhya Pradesh India

Hindi news portal of Bhopal. read regular fresh news of Bhopal, Indore, Gwalior, Jabalpur. whole state reporting with MP News Portal

30 September 2021

दिग्विजय सिंह नर्मदा परिक्रमा पर लिखी पुस्तक का विमोचन

नर्मदा पथिक बुक विमोचन

भोपाल: नर्मदा के पथिक(Narmada ke Pathik) पुस्तक का गुरुवार को विमोचन हुआ. दिग्विजय सिंह की नर्मदा परिक्रमा यात्रा पर आधारित किताब उनके निजी सचिव ओपी शर्मा ने 'नर्मदा के पथिक' नाम से लिखी है. सचिव यात्रा में 6 महीने तक उनके सहयात्री रहे. विधानसभा परिसर के मानसरोवर ऑडिटोरियम में पुस्तक का विमोचन किया गया. नर्मदा परिक्रमा का संस्मरण 410 पेज में लिखा है. सिंह ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की खुलकर तारीफ की है. सिंह की गुजरात यात्रा के दौरान अमित शाह ने कुछ लोगों को पहुंचाया और नर्मदा परिक्रमा करने में उनकी पूरी मदद की.

दिग्विजय सिंह ने कहा कि संघ में कर्मठता है, उनके प्रचारकों में कर्मठता है, पर देश में कभी भी लोगों को बांटकर राजनीति नहीं होनी चाहिए. हालांकि, मोहन भागवत कहते हैं कि हिंदू-मुस्लिम का डीएनए एक है तो फिर इस प्रकार का जो देश में हो रहा है, वह नहीं होना चाहिए.

कार्यक्रम में बीजेपी के किसी नेता के नहीं शामिल होने पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती और मंत्री विश्वास सारंग सहित अन्य भाजपा नेताओं को आमंत्रित किया था, लेकिन कोई भी नेता इस कार्यक्रम में नहीं पहुंचा.

कार्यक्रम में दिग्विजय सिंह की पत्नी अमृता राय ने कहा कि हमें अपने पर्यावरण को संजो कर रखना चाहिए, जिससे आने वाले समय में नर्मदा का हम बेहतर उपयोग कर सकें. विमोचन कार्यक्रम में शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद जी की शिष्य लक्ष्मी मणि दीदी, गुजरात मंडलेश्वर से आई ज्योति दीदी और करुणाधाम आश्रम के सुदेश शांडिल्य के साथ ही सुरेश पचौरी, विवेक तन्खा, रामेश्वर नीखरा, कांतिलाल भूरिया, पीसी शर्मा, नर्मदा प्रसाद प्रजापति मौजूद रहे. पुस्तक में लगभग 3000 किलोमीटर की यात्रा वृतांत को नर्मदा किनारे की लोक संस्कृति को पेश किया गया है. दिग्विजय सिंह ने साल 2017-18 में नर्मदा परिक्रमा की थी. इस दौरान उन्होंने अपनी पत्नी अमृता राय के साथ करीब 6 महीने 10 दिन में यह नर्मदा परिक्रमा पूरी की थी. इस यात्रा के साक्षी रहे कई ऐसे सदस्य जो कोरोना के दौरान असमय मौत के मुंह में चले गए उन्हें श्रद्धांजलि भी दी गई. परिक्रमा के 4 साल पूरे होने के दौरान पुस्तक नर्मदा के पथिक लांच की गई है.

Retrieved from(websites).

comments powered by Disqus